निदेशक प्राथमिक शिक्षा के आदेश को पूर्ण कराकर ही शिक्षक विद्यालय वापस वापस लौटेंगे शिक्षक : यतीन्द्र चौबे
स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों का प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति हेतु धरना तीसरे दिन भी रहा जारी
न्यूज़ विज़न। बक्सर
स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों का प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति हेतु धरना प्रदर्शन का गुरुवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। जिसकी अध्यक्षता अवकाश प्राप्त स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक यतीन्द्र कुमार चौबे ने किया और मंच संचालन अरुण कुमार सिंह ने की।
धरना को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा की जिला में प्रधानाध्यापक का कुल स्वीकृत पद 460 है, विगत कई वर्षों से सभी पद रिक्त हैं। यह प्रधानाध्यापक विहीन जिला है। जिला में कुल 231 स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक कार्यरत हैं, जिसमें वर्तमान में 189 प्रभारी प्रधानाध्यापक के रूप में कार्यरत हैं, जिन्हें उसी विद्यालय में प्रोन्नति देकर प्रधानाध्यापक पद पर पद स्थापित कर देना है। शेष स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक 42 हैं जिन्हें प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति देकर अन्यत्र विद्यालयों में पदस्थापित करना है। यही निदेशक प्राथमिक शिक्षा का पत्र है, जिसे 10 सितंबर तक कर देना था परन्तु जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना ने जानबूझकरअपर मुख्य सचिव महोदय के आदेश का उलंघन किया है।
यतीन्द्र चौबे ने कहा की शिक्षकों ने अब यह तय कर लिया है कि बिहार सरकार के आदेश एवं अपने अभिभावक अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग महोदय के सपनों साथ ही निदेशक प्रा0 शि0 के आदेश को पूर्ण कराकर ही शिक्षक विद्यालय वापस वापस लौटेंगे। पहले हम सरकार से प्रोन्नति के लिये लड़ते थे। जिला के शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों ने सोच समझी साजिश के तहत सरकार को बदनाम करने की नियत से प्रोन्नति नहीं दे रहे हैं।
वही धरना में गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के विधान पार्षद जीवन कुमार भी कल शिक्षकों के समर्थन में आ रहे हैं। धरना स्थल पर मुख्य रूप से संजीव कुमार तिवारी, लक्ष्मी कुमारी,अंजू कुमारी, अन्नपूर्णा त्रिपाठी, सुमित्रा कुमारी, अजित कुमार, रमेशचन्द्र राम, संजय कुमार, राजेन्द्र उपाध्याय, अजय कुमार, मु. आशिक, त्रिभुवन राय, गुप्तेश्वर प्रसाद केशरी, मनोज कुमार सिंह, संतोष कुमार ठाकुर, लालबहादुर सिंह, अरुण तिवारी, मु0 फिरोज अहमद,अशोक कुमार पाण्डेय, राजीव रंजन मिश्र, रामस्नेही राम, जगनारायण प्रसाद, युगल किशोर चौबे, नागेंद्र कुमार, बैद्यनाथ सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्तित रहे।