एआईएसएफ का छठा जिला सम्मेलन में शिक्षा के निजीकरण एवं सांप्रदायिककरण रोकने के लिए संघर्ष तेज करने का आह्वान




न्यूज विजन। बक्सर
बृहस्पतिवार को एआईएसएफ का 6वाँ जिला सम्मेलन भगत सिंह चौक बंगाली टोला पानी टंकी के समीप आयोजित किया गया। जिसमें अतिथियों ने नई शिक्षा नीति 4 वर्षीय स्नातक कोर्स, शुल्क विधि, व शिक्षा के निजीकरण एवं सांप्रदायिक करण पर रोक लगाने के लिए संघर्ष तेज करने का आह्वान किया।
सम्मेलन की अध्यक्षता संगठन के जिला सचिव पृथ्वीराज और संचालन जिला अध्यक्ष क्षितिज केसरी ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद तेज नारायण सिंह ने कहा कि छात्र हमारे देश का भविष्य है उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की प्रवृत्ति को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। एआईएसएफ के वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा संयोजक व सम्मेलन के राज्य पर्यवेक्षक बबलू राज ने कहा कि सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 लागू कर देश के गरीब दलित शोषित वंचित छात्रों को पढ़ाई से रोकने की साजिश कर रही है। औऱ दूसरी तरफ शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों की भारी कमी और नामांकन शुल्क में बेतहाशा वृद्धि किया जा रहा है। विश्वविद्यालयों में छात्रों के एकेडमिक सेशन को लेट किया जा रहा है और बिहार के सभी महाविद्यालयों में रिजल्ट ने भारी पैमाने पर गड़बड़ी है। बीए के 3 वर्षीय डिग्री 6 वर्षों में दी जाती है और ऊपर से राज्य भवन के आदेश पर विश्वविद्यालयों में बीए के पाठ्यक्रम एवं उसके वर्षों के बढ़ोतरी बेहद शर्मनाक है।
एआईएसएफ इस पर अपनी लड़ाई जारी रखेगा और आने वाले समय में आंदोलन को और मजबूत करेगा। जिला सम्मेलन में 21सदस्यीय नई जिला परिषद गठित किया गया। और राज्य सम्मेलन में शामिल होने के लिए 10 प्रतिनिधियों का चयन किया गया। सम्मेलन में सर्वसम्मति से जिला सचिव क्षितिज केसरी, जिला सह सचिव प्रिंस इदरीसी, जिलाध्यक्ष संतोष कुमार, जिला उपाध्यक्ष गोल्डेन यादव, जिला कोषाध्यक्ष मिराज अली को सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया। मौके पर विकास ठाकुर, सद्दाम शाह, इरफान अली, परवेज कुरैशी, धनजी कुशवाहा, अर्जुन कुमार, दीपू कुमार, हैप्पी राज, मधु कुमारी, राहुल ठाकुर, अमित कुमार, बादल गुप्ता इत्यादि मौजूद रहे।

