होली मिलन समारोह में मूर्खराज, मुर्ख शिरोमणि, बकलोल, बेकहल, मंथरा व अन्य उपाधियों से नवाजे गये शहर के गणमान्य लोग
भोजपुरी दुलार मंच के तत्वाधान में नेहा नर्सिंग होम में आयोजित हुआ होली मिलान समारोह




न्यूज़ विज़न। बक्सर
फाल्गुन शुक्ल पक्ष की रंगभरी एकादशी, वज्र की लठ्ठ मार फूलों की होली, भगवान चैतन्य महाप्रभु जी की जयंती के (पूर्व दिवस), के साथ साथ भक्त प्रह्लाद को नमन करते हुए, हर वर्ष की तरह इस साल भी भोजपुरी दुलार मंच के तत्वाधान में मंच के संरक्षक डॉ महेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में एवं उनके ही आतिथ्य में संरक्षक रामेश्वर प्रसाद वर्मा कीअध्यक्षता में मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ ओमप्रकाश केसरी पवननन्दन, साहित्यकार के संयोजन एवं संचालन में शहर के तमाम प्रबुद्ध जनों, साहित्यकार, पत्रकार, समाजसेवियों, व्यवसाईयों के माध्यम से शालीन होली मिलन समारोह नेहा नर्सिंग होम में बडे ही उल्लास पूर्ण वातावरण में मनाया गया।











आयोजित समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि महाराज चन्द्र विजय सिंह, डॉ महेन्द्र प्रसाद, रामेश्वर प्रसाद वर्मा, नप के पूर्व चेयर पर्सन मीना सिंह आदि द्वारा भगवान चैतन्य महाप्रभु के तस्वीर पर माल्यार्पण करके एवं दीप प्रज्वलित करके किया गया। इस उद्घाटन सत्र में अन्य महानुभावों में जितेन्द्र मिश्र, डॉ शशांक शेखर, सत्यदेव प्रसाद, शशिभूषण मिश्र, श्रीकांत पाठक, राजा रमण पांडेय मिठास, गणेश उपाध्याय आदि भी रहे।
समारोह के उद्घाटन के पश्चात पारम्परिक तौर उपस्थित सभी महानुभावों को लॉटरी द्वारा मूर्ख राज, मूर्ख शिरोमणि, बकलोल, बेकहल, लुच्चा, लोफर, बेपेंदी के लोटा, अवारा, चार सौ बीस, गदहा पच्चीसी, लाल बुझक्कड़, मऊग, सहित महिलाओं को गृह मंत्री, मांडवी, श्रुतिकीर्ति, मंथरा, घरफोडनी माद्री, उर्मिला आदि अनेक बेहतरीन उपाधि से नवाज कर एवं टोपी पहनाकर सम्मानित किया गया।
उक्त शालीन होली समारोह में अपने अपने क्षेत्रों के जाने माने हस्तियों ने एक से बढ़कर एक अपनी प्रस्तुति के माध्यम श्रोताओं को हंसने पर बाध्य कर दिया। इस क्रम में सबसे पहले डॉ महेन्द्र प्रसाद ने अपनी बेहतरीन हास्य कार्यक्रम के माध्यम से उपस्थित बंधुओं को हंसा हंसा कर पेट में बल पड़ा दिया। महाराज चन्द्र बहादुर विजय सिंह ने भी अपनी से होली पर्व पर अपना संदेश कर मानवीय कर्तव्य की ओर इशारा किये एवं कुछ हास्य की बातें भी की।
शिव बहादुर पांडेय प्रीतम, रामेश्वर मिश्र, विहान, शंभु नाथ पांडेय, राष्ट्रीय गंगा समग्र, ई रामाधार सिंह, डा हींगमणि, साधना पांडेय, नीलम श्रीवास्तव, मीरा सिंह मीरा, अनु देवी, लक्ष्मण प्रसाद जायसवाल, सूबेदार पांडेय, धन्नू लाल प्रेमातुर, डॉ रमेश कुमार, निर्मल सिंह, भरत प्रसाद, राजेश केसरी, अशोक सराफ, सुरेश संगम, अमरनाथ ओझा, श्रवण तिवारी, राम अवतार पांडेय, गुलाम ख्वाजा, गुड्डू पाठक, विनय कुमार, जितेन्द्र, ललित बिहारी मिश्र, सुहाग, अशोक कुमार, कन्हैया दुबे, देहाती पंडित, विनोधर ओझा, महेश्वर ओझा महेश, अतुल मोहन प्रसाद, राजू गुप्ता, प्रदीप कुमार जायसवाल, सरोज कुमार सिंह, शिव कुमार शर्मा, के साथ साथ मंचीय महानुभावों ने भी अपनी हास्य विधा की विभिन्न विधाओं यथा कविता, चुटकुला, लतीफा, व्यंग्य, कला के द्वारा उपस्थित व्यक्तियों का भरपूर मनोरंजन करने में कोई भी कसर बाकी नहीं रखी।
आभार एवं कृतज्ञता ज्ञापन के पश्चात शालीन होली मिलन समारोह का समापन हुआ, समापन होते होते लोगों आपसी बातचीत में कहा ऐसी मर्यादित कहीं नहीं और कभी नहीं देखी।

