हर व्यक्ति अपने कर्म के आधार ही भक्ति करके भगवान को पा सकता है : पवन नंदन
भोजपुरी दुलार मंच के तत्वाधान में बंगाली टोला स्थिति पार्वती निवास में संत रविदास जयंती और माघी पूर्णिमा मनाया गया




न्यूज़ विज़न। बक्सर
भोजपुरी दुलार मंच के तत्वाधान में भारत वर्ष के अध्यातम क्षेत्र के महान संत रविदास जी महाराज की जयन्ती एवं माघी पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर, मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ ओम प्रकाश केसरी पवननन्दन के संयोजन एवं संचालन में पार्वती निवास परिसर में सोल्लास वातावरण में मनाया गया।








जयंती समारोह का उद्घाटन मंच के संरक्षक डॉ महेंद्र प्रसाद द्वारा दीप प्रज्वलित करके एवं संत रविदास जी के तस्वीर पर माल्यार्पण करके किया गया। साथ में गणेश उपाध्याय, डॉ शशांक शेखर, शशि भूषण मिश्र, शिव बहादुर पांडेय प्रीतम, राजा रमण पांडेय मिठास, ई रामाधार सिंह, लक्ष्मण प्रसाद जायसवाल, महेश्वर ओझा महेश आदि रहे। समारोह की अध्यक्षता, मंच के संरक्षक,अधिवक्ता रामेश्वर प्रसाद वर्मा ने ने किया। समारोह में में अन्य अतिथियों में अतुल मोहन प्रसाद, विनोधर ओझा, ललित बिहारी मिश्र सुहाग, राजू गुप्ता, कन्हैया दुबे आदि रहे।


संत रविदास जयंती को सम्बोधित करते हुए, डॉ महेन्द्र प्रसाद ने रविदास जी को एक महामानव बताया। रामेश्वर प्रसाद वर्मा ने रविदास जी महाराज को आधुनिक काल के महान संत बताये। गणेश उपाध्याय, डॉ शशांक, शशिभूषण मिश्र, प्रीतम, जी, महेशवर जी, राजा रमण पांडेय मिठास, ई रामाधार, लक्ष्मण प्रसाद जायसवाल आदि ने संत रविदास जी के जीवन की महत्वपूर्ण घटना कंगन वाली कहानी के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए, उन्हें महान व्यक्ति बताये। इसी क्रम में विनोधर ओझा, अतुल मोहन जी, राजू गुप्ता आदि ने भी संत रविदास जी के जीवन से जुड़े अनेक संदर्भों के बारे में अपनी अपनी बातें कहीं।
संचालन कर्ता डॉ पवन नन्दन, ने संत रविदास जी के चरणों में श्रद्धा पूर्वक नमन करते हुए, कहा कि महान संत रविदास जी महाराज में ज्ञान धर्म भक्ति एवं कर्म का अद्भुत मिश्रण था। उनका कहना था हर व्यक्ति अपने कर्म के आधार ही भक्ति करके भगवान को पा सकता है।
मन चंगा तो कठौती में गंगा
एवं
प्रभु जी तुम चन्दन हम पानी
भगवान के चरणों में समर्पण का पर्याय है।
कन्हैया दुबे द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के पश्चात जयंती समारोह का समापन हुआ।

