रालोजद जिला कार्यालय पर प्रेम कुशवाहा को दी गयी श्रद्धांजलि, तीनों पुत्रियों ने दी मुखाग्नि




न्यूज़ विज़न। बक्सर
राष्ट्रीय लोक जनता दल के जिला प्रवक्ता प्रेम कुशवाहा का बीते 14 नवम्बर को कर्नाटक में ह्रदय गति रुक जाने से हो गयी थी। जिनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को पैतृक गॉव इटाढ़ी प्रखंड के ख़तीबा पंहुचा जहां पार्टी के पदाधिकारी व सैकड़ो ग्रामीण मौजूद रहे। स्व. प्रेम कुशवाहा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात् सुबह 8 बजे शव यात्रा गॉव से निकला जो ज्योति प्रकाश चौक रालोजद कार्यालय पहुंचा जहां विभिन्न पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओ ने श्रद्धांजलि अर्पित किया।










प्रेम कुशवाहा के श्रद्धांजलि सभा सह शव यात्रा में पहुंचे अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष संतोष निराला
पार्टी कार्यालय ज्योति प्रकाश चौक पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा जिलाध्यक्ष विंध्याचल कुशवाहा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिसमे अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के अध्यक्ष संतोष कुमार निराला, राजद के प्रदेश महासचिव निर्मल कुशवाहा, राष्ट्रीय लोक जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष जंग बहादुर सिंह, आरके सिंह, जदयू जिला अध्यक्ष अशोक यादव, राजद जिलाध्यक्ष शेषनाथ सिंह यादव, बसपा के सुभाष राम, माले के जगनारायण शर्मा, भाजपा के निर्भय राय, आप के गोविंद यादव, हम के बलिराम कुशवाहा, बबन कुशवाहा, जोगेंद्र चौहान, सुकुल राम, बिहारी पासवान, श्यामलाल कुशवाहा, कृष्णावती देवी, रिया शर्मा, अरुण कुशवाहा, मनोज कुशवाहा, भृगु नाथ रजक, संतोष भारती, सरोज राजभर, दिनानाथ ठाकुर, सुरेंद्र प्रजापति, प्रकाश कुशवाहा, संतोष कुशवाहा, संजय कुशवाहा, सत्येंद्र सिंह, सुदर्शन सिंह, अवधेश कुशवाहा, रमाशंकर कुशवाहा, राजेश सिंह मौर्य, श्रीराम, अरविंद कुशवाहा, ज्योति मुखिया, अजय मुखिया, राजेश मुखिया, हिटलर कुशवाहा, जिला पार्षद अरमान मलिक, परमेश्वर सिंह, धर्मेंद्र ठाकुर, मिथिलेश राजभर सहित सैकड़ो लोग शामिल हुए।
श्रद्धांजलि सभा पश्चात् ज्योतिप्रकाश चौक से स्व. प्रेम कुशवाहा का शव यात्रा निकला जो मॉडल थाना, कॉलेज गेट होते हुए चरित्रवन शमशान घाट पहुंचा जहा प्रेम कुशवाहा की तीनो पुत्रियां मुखाग्नि दी। प्रेम के परिजनों ने बताया की घर का मुखिया प्रेम ही थे उनके पिताजी और माताजी का पूर्व में देहांत हो चूका है वही इनके जाने के बाद पत्नी रेनू देवी और तीन पुत्रियां प्रिया कुमारी 18 वर्ष, प्राची कुमारी 16 वर्ष व प्रगति कुमारी 12 वर्ष को छोड़कर चले गए है।

