न्यूज़ विज़न। बक्सर
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सह अधिवक्ता जगनारायण त्रिवेदी की 14 वीं पुण्यतिथि व्यवहार न्यायालय के पुस्तकालय भवन में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष बबन ओझा की अध्यक्षता मनाई गयी। जिसका संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता रामेश्वर परसदा वर्मा ने किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ बार संघ के अध्यक्ष द्वारा पंडित जगनारायण त्रिवेदी के तैलचित्र पर पुष्पांजलि करने के साथ किया गया। जिसके पश्चात् पूर्व अध्यक्ष सूबेदार सिंह व अन्य अधिवक्तागण ने बारी बारी से पुष्पांजलि अर्पित किया। श्रद्धांजलि सभा में अधिवक्ता सरोज उपाध्याय ने पंडित जगनारायण त्रिवेदी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वह बहुत ही सलीम स्वभाव के एवं व्यवहार कुशल व्यक्ति थे का उम्र वह राजनीति के कीचड़ में कमल के समान खिले रहे राजनीति की काली कोठरी में रहने के बावजूद भी वह पूरी तरह से बेदाग छवि के एवं महात्मा की तरह थे।
राजनीतिक धरती पर महर्षि के तौर पर पंडित जगनारायण त्रिवेदी का हुआ था जन्म : राहुल आनंद
वहीं, अधिवक्ता राहुल आनंद ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि कहना क्या है बक्सर की राजनीतिक धरती पर महर्षि के तौर पर पंडित जगनारायण त्रिवेदी का जन्म हुआ और वह राजनीतिज्ञ नही बल्कि एक संत थे। उनको श्रद्धांजलि देने की हैसियत व क्षमता हमसबों की नही है। उनके श्री चरणों में पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए हम सभी उपस्थित हुए हैं। आयोजन के दौरान मौजूद तमाम अधिवक्ता राजनीतिक सामाजिक समेत तमाम गणमान्य लोगों ने पंडित जगनारायण त्रिवेदी के तेल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। मौजूद लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित करने के दौरान कहा कि पंडित जगनारायण त्रिवेदी ने अपने मनुष्यतव पर कभी भी निज स्वार्थ अथवा राजनीति को हावी नहीं होने दिया। वह पूरी जिंदगी गरीबों एवं पिछड़ों की सेवा में लग रहे गरीबों की मदद के लिए वह मुफ्त के अधिवक्ता होने के साथ ही साथ राजनीतिक जीवन में भी वह एक राजनीतिज्ञ नहीं बल्कि राजनीतिक संत थे पंडित नारायण त्रिवेदी के पुत्र अनिल कुमार त्रिवेदी ने श्रद्धांजलि सभा में आए सभी लोगों को नमन करते हुए हृदय से आभार व्यक्त किया। मौके पर सचिवबिंदेश्वरी पांडेय, सत्येंद्र ओझा, राजेश महाराज, श्रीधर शास्त्री समेत अनेको अधिवक्ता व सामजसेवी मौजूद रहे।
