मानसून की पहली बरसात में पूरा शहर हुआ पानी पानी, पैदल चलना भी दुस्सवार




न्यूज विजन |बक्सर
बरसात की पहली बारिश ने शहर की सूरत बदल कर रख दी। कलेक्ट्रेट रोड में पूरा पानी भर गया था। वहीं सेंट्रल जेल की ओर जाने वाली सड़क झील में तब्दील हो गई थी। इसके अलावा वीर कुंवर सिंह कालोनी, पांडेपट्टी, गजाधरगंज समेत अन्य कई मोहल्ला में घुटनाभर पानी जमा हो गया था। बारिश का पानी लगने के बाद सबसे अधिक वाहन सवार और पैदल चलने वाले राहगीरों को हुई। जलजमाव से होकर गुजरने वाले लोगों ने कहा कि हल्की बारिश में जब शहर का यह हाल है मूसलाधार होगी तो भगवान ही मालिक।

सड़क पर गड्ढ़ा और पानी की गहराई का नहीं चल रहा था पता
जेल रोड और कलेक्ट्रेट रोड में लगभग पंद्रह से बीस मीटर का दायरा पूरा डूब गया था। सड़क दिखाई नहीं दे रही थी। वाहन सवार और पैदल चलने वाले राहगीर काफी सम्भल कर चल रहे थे। उक्त सड़क से अंजान लोग तो पानी पार करने के पहले ठहर जा रहे थे। वाहन सवारों और राहगीरों को सड़क पर कहां गड्ढ़ा है, कहां नाला है और पानी की गहराई कितनी है इसका पता नहीं चल पा रहा था। सामने से आ रही गाड़ियों की को देख अंदाज पर वे अपने वाहन को पानी में उतार रहे थे। इस तरह की स्थिति सिविल लाइन और सोहनीपट्टी में भी बन गई थी। वहीं कीचड़ से सनी सड़कों पर लोगों को चलने में काफी परेशानी हो रही थी। महात्मा गांधी बड़ा बाजार के आस पास की सड़कों पर कीचड़ और पानी लगने के चलते लोगों को आने-जाने में फजीहत झेलनी पड़ी।








अप्रैल माह से ही परिषद करा रही नालों की उड़ाही
करीब दो माह पहले से ही नगर परिषद नालों की उड़ाही का कार्य करा रही है। नगर परिषद शहर को जलजमाव से मुक्ति दिलाने के लिए बरसात के तीन माह पहले से तैयारी में जुट गई थी। जिन एरिया में नाला उड़ाही का कार्य पूर्ण कर लिया गया है वहां भी बारिश का पानी नहीं निकल पा रहा है। ऐसे में शहरवासी नाला उड़ाही कार्य पर ही सवाल खड़ा करने लगे हैं। वहीं मुख्य पार्षद के प्रतिनिधि नियमतुल्लाह फरीदी ने कहा कि शहर के दस प्रतिशत नालों को छोड़ दें तो सभी बड़े-छोटे नालों की सफाई करा दी गई है। अगर किसी भी इलाके में जलजमाव की समस्या हो तो इसकी सूचना चेयरमैन कमरून निशा के मोबाइल पर दें या वहां की तस्वीर व पता वाट्सएप कर दें। शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए समस्या का सामाधान कराया जाएगा।

