महंगाई की दंश झेल रहे लोगो को अब रुला रहा सब्जियों के भाव, टमाटर 100 पार
40रू किलो से कम नही मिल रहा है कोई भी सब्जी, हरा मिर्च 100, अदरक 300रू किलो




न्यूज विजन | बक्सर
देश में महंगाई ने तो पहले से ही लोगों की कमर तोड़ रखा है। अब सब्जीयो के दाम भी आसमान छूने लगा है। मंडियों में सब्जियों का आवक काफी कम हो गया है। जो भी सब्जी बाजार में है उसे खरीदने में लोगों का पसीना छूट जा रहा है। किलो की जगह पाव में लोग खरीदारी कर रहे हैं। बता दें कि बीते दिनों 10 से 20 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर का भाव सौ रुपये के पार चला गया है। छोटे साइज के टमाटर सौ रुपये तो बड़े साइज वाले टमाटर 110 से 120 रुपये किलो बिक रहा है। वहीं धनिया पत्ता का भाव सुनकर लोगों के पांव तले से जमीन खिसक जा रही है। बुधवार को मंडी में 180 रुपये किलो धनिया पत्ता का भाव है, वहीं 90 रुपये किलो हरी मिर्च का भाव पहुंच गया है। सब्जी का भाव बढ़ने से रसोई का जायका बिगड़ गया है।
40 रुपये किलो से नीचे नहीं है किसी भी सब्जी का भाव
मंडी में किसी भी सब्जी का भाव 40 रुपये से नीचे नहीं है। परवल, भिंडी, बोदी, खीरा 40 रुपये किलो के भाव से बिक रहा है। वहीं पेकची 60 रुपये किलो है। फूल गोभी 40 से 50 रुपये पीस, पत्ता गोभी 30 से 35 रुपये पीस का भाव है। आलू 16 रुपये तो प्याज 25 रुपये किलो का भाव बाजार में है। मूली 60 रुपये किलो है। कद्दू का भाव 20 से 25 रुपये पीस है। स्थानीय सब्जी विक्रेता मन्नु कुमार, शिवजी, लोफर तुरहा ने बताया कि अपने यहां से सब्जी नहीं निकल रही है। खीरा छत्तीसगढ़ से मंगाया जा रहा है। वहीं टमाटर बेंगलुरु से आ रहा है। अधिकांश सब्जियां बनारस की मंडी से मंगाया जा रहा है। बनारस की मंडी में ही सब्जियों का भाव तेज है।
सब्जी उत्पादक किसानों ने कहा-खेतों में जल गई सब्जियां
स्थानीय सब्जी उत्पादक मिट्ठू, तारकेश्वर प्रसाद, रघुवीर आदि ने बताया कि पिछले दिनों जिस तरह से गर्मी पड़ी और पछुवा हवा चला उससे खेतों में ही सब्जी फसल जल गई। कद्दू, बोदी, करैला, टमाटर, खीरा, बैगन सब बर्बाद हो गया। पटवन करने के बाद भी सब्जियों को बचाना मुश्किल हो गया। सब्जी नहीं निकलने के चलते काफी घाटा लगा है। सब्जी फसलों की बुवाई करने के लिए फिर से खेत तैयार कर रहे हैं। दस से बारह दिन जिस हिसाब से गर्मी पड़ी है उससे काफी नुकसान हुआ है। पूंजी तक निकालना मुश्किल हो गया।









