पैसे के लालच में पोते ने ही कर दिया था दादा की हत्या, एसएफएल रिपोर्ट से खुला राज
15 अगस्त को कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र अंतर्गत लेवाड़ गांव में हुयी थी घटना




न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले के कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र अंतर्गत लेवाड़ गांव में बीते 15 अगस्त 2023 की रात 84 वर्षीय चंद्रमा यादव की हुए निर्मम हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। चन्द्रमा यादव की हत्या संपति के लालच में उनके पोता अनिकेत यादव पिता रविन्द्र यादव ने ही किया है। एसएफल टीम से मिले इनपुट तथा पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा होने के बाद पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना में पुलिस को चकमा देने के लिए आरोपी ही इस कांड का सूचक भी था।













मंगलवार को डुमरांव डीएसपी अफाक अख्तर अंसारी ने घटना का खुलासा होने के बाद प्रेसवार्ता आयोजित कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त की रात चंद्रमा यादव अपने दलान में सो रहे थे। इसी दौरान अनिकेत ने खाट के टूटे हुए पाटी से अपने दादा के सर पर ताबड़तोड़ वार कर मौत के घाट उतार दिया। डीएसपी ने बताया कि मृतक के पास कुछ आभूषण तथा जमीन बिक्री के नगद रूपए थे, जिसे वह अपने दो पुत्रों तथा एक बेटी के बीच बराबर बांटना चाहते थे। इधर अनिकेत की नई नई शादी हुई थी तथा उसे पैसे की जरूरत थी। इसी दौरान उसे पता चला कि उसके दादा के पास मोटी रकम व आभूषण है। जबकि उसके पिता तथा चाचा सूरत के एक होजरी कंपनी में काम करते है। गांव पर वह अपने दादा के साथ रहता था। संपति की लालच में ही उसने अपने दादा की हत्या कर अज्ञात पर एफआईआर दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।
एसएफएल के हाथ लगे पीले रंग का गमछा तथा खून के छीटें ने खोला राज
चंद्रमा यादव के हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने पटना से फोरेंसिक जांच टीम आई थी। उस टीम के हाथ घटना स्थल से एक पीला रंग का गमछा तथा कुछ अन्य साक्ष्य लगे थे, जिस पर खून के छीटें देख टीम उसे जांच के लिए अपने साथ ले गई थी। तब हत्याकांड के वादी और मृतक के पोता अनिकेत के गमछा और गंजी पर लगे खून के छीटें का मिलान मृतक के खून से किया गया तो जांच टीम की शक की सुई इसके पोता के उपर घुमने लगी। इधर गोपनीय सूत्रों ने भी पुलिस को बताया था कि अनिकेत ने ही अपने दादा की हत्या की है। जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो वह टूट गया तथा परत दर परत मामले का राज खुलने लगा। अनिकेत ने अपना जुर्म कबूलते हुए बताया कि उसने संपति के लालच में खाट के पाटी से मार अपने दादा की हत्या की है। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले के उद्भेदन में कृष्णाब्रह्म थानाध्यक्ष नीतीश कुमार तथा एएसआई अशोक कुमार ने सराहनीय भूमिका निभाई।

