न्यूज़ विज़न। बक्सर
नए साल 2024 का स्वागत हर्षोल्लास के साथ किया गया। रविवार की रात से ही एक दूसरे को शुभकामना देने का दौर शुरू हो गया। उत्साह इस कदर रहा कि युवक व बच्चे डीजे की धुन पर थिरकते नजर आये। सबसे अधिक लुफ्त बच्चों ने उठाया।
यूपी व बिहार की सीमा पर बसे इस शहर के लोग यूपी के मंगला भवानी व गहमर के कामख्या मंदिर समेत जिले के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर जाकर माथा टेक नये साल में सफलता की कामना की। हैप्पी न्यू ईयर 2024 का आरंभ कड़ाके की ठंड एवं कोहरे के साथ हुआ। दोपहर में हल्की धूप होते हीं लोगों के उत्साह में चार चांद लग गया। सोमवार की अहले सुबह लोग स्नान-ध्यान कर अपने-अपने स्तरों से नववर्ष मनाने को घरों से निकले पड़े। इस दौरान लोग सोशल मीडिया व व्हाटस ऐप के माध्यम से एक-दूसरे को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देना शुरू कर दिये। यह सिलसिला पहली जनवरी की देर शाम तक चलता रहा। नववर्ष के पहले दिन लोगो ने खुशी-खुशी घरो मे कई तरह के व्यंजन बना घर आये अतिथियों का स्वागत किया। घर के सभी सदस्य बड़े लोगों को प्रणाम कर सुख समृद्धि का आर्शीवाद प्राप्त किया।
मंदिर में फूल चढ़ा मां का दर्शन करते हुए मंगल कामना की। इस तरह से बधाईयां देने के लिए बुके व फूल मालाओं का खूब उपयोग किया। इस मौके पर नगर के यमुना चौक के समीप लगे विभिन्न प्रकार के फूल व बुके की खरीददारी भी जमकर किया। इस बार बंगाल के फूलों की भूमिका अपने-आप में रही है। लोगों की माने तो गुलाब का फूल जो भाईचारा, प्रेम, सद्भाव तथा सहिष्णुता का प्रतीक बनकर एक दूसरे के प्रति प्रेमभाव बढ़ाने में सहायक सिद्ध होता रहा है। बक्सर के यमुना स्थित फूल माला व गुलदस्ता की दुकानों पर लोगो की भीड़ लगी रही। नए साल की शुभकामना देने के लिए भेंट के रूप मे गुलदस्ता खरीदने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही।
नये साल के आगाज के साथ ही लोग अहले सुबह से कई तरीके से मनाने की तैयारियों में जुट गए। सबसे पहले मोबाइल व वाहट्सअप पर लोगो ने अपनों को दी बधाइयां। रेस्टोरेंट, मॉल, सिनेमा हॉल, डिजनीलैंड में अच्छी खासी भीड़ रही। जिले के नाथ मंदिर, रामेश्वरनाथ मंदिर, गौरीशंकर मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिरमें युवक युवतियों के साथ परिजनों ने माथा टेक नववर्ष के मंगलकामना की दुआए मांगे।
शहर के नगर भवन पार्क, कवलदह पार्क, किला मैदान स्थित पार्क में शहरवासियों की भीड़ सुबह से जुटने लगी। जबकि दोपहर होते-होते पार्क लोगों से पूरी तरह से भर गया था। इस दौरान यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहने से युवक-युवतियों व छोटे बच्चों ने नए साल का स्वागत खुले दिल से किया। मौके पर युवाओं की टोली जहां गाने की धुन पर थिरकती नजर आई, वहीं परिवार के सदस्य पूरी सादगी के साथ शांतिपूवर्क पिकनिक का आनंद लेते दिखे।
नए साल पर गंगा किनारे घाटों पर रेत को ही नगरवासियों ने पिकनिक स्पॉट बीच बना दिया। इस पर जमकर लुत्फ उठाया। यहां पर लोगोंं ने खाना बना कर पिकनिक मनाया, तो कुछ घर से ही खाना बनाकर ले गए थे। वहीं बालू के रेतों पर तरह-तरह की दुकानें भी सजी हुई थी। यहां आने वाले लोग इन दुकानों से भी खरीददारी कर खा रहे थे। नए साल का स्वागत सभी ने अपने-अपने तरीके से किया। सुबह से लेकर दोपहर बारह बजे तक ठंड और कोहरे के कारण गंगा किनारे कम भीड़ दिखाई दी।

दोपहर बाद ही भीड़ में इजाफा होने लगा। दोपहर दो बजे तक भीड़ काफी बढ़ गई। लोग अपने परिवार के साथ सामान लेकर पहुंचने लगे। तो कई लोग छोटे गैस सिलेंडर व स्टोप पर पनीर की सब्जी बनाने लगे। यह सिलसिला देर शाम पांच बजे तक चलता रहा। देर शाम होने के बाद यहां लोग चाय-कॉफी की चुस्की लेते नजर आए। देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था। मानों समुद्र किनारे बैठे हो। बच्चे बालू के रेत से छोटे-छोटे घर बनाकर खेलते नजर आए। यहां आनंद लेने नगर ही नहीं जिले के अन्य जगह से भी लोग आए थे। पिकनिक मनाने आए लोगो ने बताया कि गंगा नदी के किनारे पिकनिक मनाने के लिए बहुत पहले से सोच लिया था। अपने सभी दोस्तों व बच्चों के साथ यहां पिकनिक मनाने आए है। ठंड के मौसम में लिट्टी चोखा का अलग ही आनंद होता है।
नववर्ष के मौके पर जिले के धार्मिक स्थालों में रविवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। साल के पहले दिन सभी अपने आराध्य की पूजा अर्चना कर नव वर्ष के मंगलमय होने की कामना कर रहे हैं। सुबह गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ी। माता मंगला भवानी के दरबार में तो तड़के चार बजे से ही श्रद्धालुओं की कतारें लगने लगी थीं और आरती के समय पूरा मंदिर प्रांगण श्रद्धालुओं से भर गया। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर जय माता दी के जयकारों से गूंजायमान होता रहा। उसके बाद पूजा-अर्चना का दौर शुरू हुआ, जो दोपहर तक चलता रहा। इस मौके पर माता का विशेष श्रृंगार व मंदिर की आकर्षक साज-सज्जा की गई है। वहीं जिले के विभिन्न हिस्सों से यहां पहुंच रहे श्रद्धालु नए वर्ष के मंगलमय होने की कामना कर रहे थे।

शहर के नाथ बाबा मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। कई देवी-देवताओं की मूर्तियों का एक जगह नाथ बाबा मंदिर में दर्शन हो जाता है। इस कारण लोगों का झुकाव नाथ बाबा मंदिर की तरफ ज्यादा रहा। नाथ बाबा मंदिर में सुबह की आरती के साथ विशेष पूजा अर्चना का सिलसिला शुरू हो गया, जो संध्या आरती तक चला। यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य के दरबार में माथा टेक कर सुख समृद्धि की कामना की। मंदिर के पुजारी ने बताया कि अन्य दिनों की अपेक्षा दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ बहुत ज्यादा थी।