डाब” की संस्थापिका स्व. ललीता देवी की पांचवी पूण्यतिथि मनायी गई




न्यूज विजन । बक्सर
“डाब” की संस्थापिका स्व. ललीता देवी की पांचवी पूण्यतिथि सह श्रद्धांजलि सभा शहर के किला मैदान स्थित रामलीला मंच पर मनायी गई। जिसकी अध्यक्षता ‘डाब’ के अध्यक्ष सुरेश संगम ने किया। इस दौरान संस्थान के सदस्यों व कलाकारों द्वारा संस्थापिका के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की गई।
मौके पर श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए डाब के अध्यक्ष सुरेश संगम ने कहा कि मेरे पिता स्व. द्वारिका प्रसाद जायसवाल महान स्वतंत्रता सेनानी थे और मेरी माता स्व. ललीता देवी एक धर्मपरायण महिला थी। मेरे पिता वरिष्ठ रंगकर्मी एवं नाट्य निर्देशक भी करते थे। मुझे रंगकर्म की प्रारंभिक शिक्षा उन्हीं से प्राप्त हुई। लेकिन इसके लिए प्रोत्साहित मेरी माता स्व. ललीता देवी करती थी। उन्होंने स्थानीय कलाकारों के उत्थान एवं बड़ा मंच प्रदान करने के लिए 1993 में ‘डाब’ नामक संस्था की स्थापना की थी।
आज इस संस्था के बिहार एवं उत्तर प्रदेश में कई इकाईयाँ स्थापित हो चुकी है और सैकड़ों कलाकार अपनी मुकाम हासिल कर चुके हैं जो एक बड़ी उपलब्धि हैं। कलाकारों के हितों के लिए सदैव कार्य करने वाली ‘डाब’ के संस्थापिका को हम अपनी सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते है। श्रद्धांजलि सभा में संरक्षक डा महेंद्र प्रसाद, महासचिव हरिशंकर गुप्ता, कोषाध्यक्ष व अधिवक्ता संगीता जायसवाल, गंगा समग्र के जिला संयोजक अजय वर्मा, महेश जायसवाल, त्रियोगीनाथ जायसवाल, बरमेश्वर जायसवाल, अभिषेक जायसवाल, रवि वर्मा, मनीष मिश्रा, श्याम जी वर्मा , गुप्तेश्वर जी, कृष्णा वर्मा सहित अन्य कलाकार एवं पदाधिकारी मूख्य रूप से उपस्थित रहे।

