गौरीशंकर मंदिर परिसर स्थित सरोवर के जीर्णोद्धार के पहले चरण में 14 लाख की लागत से चहारदीवारी निर्माण
बुधवार को नप ईओ, सभापति प्रतिनिधि और वार्ड पार्षदों ने किया निरीक्षण, दिए सुझाव




न्यूज विजन । बक्सर
शहर के सोहनीपट्टी स्थित अति पौराणिक गौरीशंकर मंदिर परिसर स्थित सरोवर का जीर्णोद्धार को लेकर बुधवार को नगर परिषद की ईओ प्रेम स्वरूपम व सभापति प्रतिनिधि नियमतुल्लाह फरीदी समेत अन्य कर्मियों ने गौरीशंकर मंदिर परिसर स्थित सरोवर का निरीक्षण लिया। मंदिर परिसर में पहुंच सबसे पहले सबों ने पूजा-अर्चना की। उसके बाद सरोवर की स्थिति का निरीक्षण किया।
भ्रमण के दौरान सरोवर के आस-पास गंदगी दिखा। वहीं सरोवर में गंदा पानी का प्रवाह हो रहा था। मौके पर मौजूद वार्ड पार्षद चक्रवर्ती चौधरी, वार्ड पार्षद जगदीश कुमार, पार्षद प्रतिनिधि हैदर अली समेत अन्य मुहल्लेवासियों ने ईओ व सभापति के प्रतिनिधि से सरोवर का सौंदर्यीकरण कराने का अनुरोध किया। साथ ही सरोवर के चारों तरफ सुबह-शाम लोगों के टहलने के लिए पाथवे का निर्माण करने के साथ ही पौधरोपण, बैठने के लिए सिमेंटेड बेंच और लाइट आदि की व्यवस्था करने की बात कही। इस मौके पर ईओ प्रेम स्वरूपम ने बताया कि गौरीशंकर मंदिर स्थित सरोवर का सौंदर्यीकरण करने की योजना है। पहले चरण में लगभग 14 लाख की लागत से चहारदीवारी बनाई जाएगी। ताकि बाहर से गंदा पानी का प्रवाह बंद हो सके। चहारदीवारी का निर्माण होने से परिसर के अंदर अनावश्यक जानवरों के आने की समस्या खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सौंदर्यीकरण का कार्य करने के लिए स्टीमेट तैयार किया जा रहा है। मौके पर नप के प्रधानसहायक यशवंत सिंह, नगर प्रबंधक मृत्युंजय कुमार, मुख्य सफाई निरीक्षक आशुतोष कुमार सिंह आदि मौजूद थे।









स्थानीय लोगों ने कहा-सरोवर की है धार्मिक महता मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि सिद्धाश्रम धार्मिक नगरी है। गौरीशंकर मंदिर परिसर स्थित सरोवर की धार्मिक महता है। उन्होंने बताया कि यहां के विद्वान पंडितों के अनुसार भादो के अमावस्या के दिन इस सरोवर में स्नान करने से मनुष्य के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। यहीं पर माता पार्वती ने शिव को पाने के लिए तपस्या की थी। सावन माह के अलावा अन्य धार्मिक अायोजन पर यहां पर काफी संख्या में लोग पूजा-अर्चना के साथ ही अनुष्ठान करने के लिए आते हैं। इस सरोवर के चारों तरफ बाउंड्री एवं सौंदर्यीकरण करके ही इसके आस्तित्व को बचाया जा सकता है।

