गुड फ्राइडे को संत मैरी चर्च में प्रभु येसु के प्राण बलिदान को श्रद्धा के साथ मनाया गया, प्रस्तुत की गयी झांकी
प्रभु येसु के क्रूस का मार्ग ही सच्ची भक्ति, मुक्ति एवं अनन्त आनन्द का मार्ग है : फादर अनिल




न्यूज़ विज़न। बक्सर
गुड फ्राइडे या पुण्य शुक्रवार को ख्रीस्तीय समाज द्वारा नया बाजार स्थित संत मैरी चर्च में प्रभु येसु के घोर पीड़ा दुख भोग एवं क्रूस पर उनके प्राण बलिदान को बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया। बुधवार की रात से लेकर चला आ रहा येसु मसीह का चालीसा का समापन येसु की मृत्यु के स्मरण के साथ, गुड फ्राइडे के दिन पूरा हुआ। ख्रीस्तीय समुदाय ने उपवास और परहेज का व्रत रखते हुए दोपहर 3 बजे से नया बाजार स्थित चर्च परिसर में प्रभु यीशु के क्रूस पर क्रूर मृत्यु के समय के चौदह स्थानों पर चिन्तन एवं प्रार्थना की। इस अवसर पर येसु के दुःख और क्रूस पर मृत्यु को दर्शाते हुए झाँकी प्रस्तुत की गई थी।








येसु मसीह को उनके 33 वर्ष के जीवन के अन्त में यहूदी जनता एवं रोम के राजा के द्वारा क्रूस पर मृत्युदण्ड करार दिया गया था। उनके मृत्यु के पूर्व दिन बृहस्पतिवार को येसु ने परम प्रसाद की स्थापना की। उन्होंने अपने शिष्यों के नाम पर पुरोहिताई की स्थापना की और अपने शिष्यों का पैर धोते हुए सेवा का मर्म समझाया। राज्यपाल पिलातुस के आदेशानुसार येसु को क्रूस पर मरण की दण्डाज्ञा की घटना से लेकर कब्र में येसु के पार्थिव शरीर को रखे जाने तक की घटनाओं को झाँकी में प्रस्तुत किया गया। कलवारी पहाड़ पर क्रूसारोपित होने के क्रम में येसु की माँ मरियम की सान्तवना की मुलाकात वेरोनिका और सीमोन के द्वारा येसु को दिया गया सहायता पर भी प्रकाश डाला गया। क्रूस पर मरने से पहले येसु के द्वारा कहा गया 7 वचनों पर विशेष प्रार्थना की गई येसु ने अपने अत्याचारियों को माफ किया। येसु ने भला डाकू को स्वर्ग सिद्धि का वादा किया। माँ मरियम को अपने अनुयायियों की माता के रूप में दान किया। येसु ने सम्पूर्ण मानवता को मुक्ति के लिए समर्पित किया। क्रूस के द्वारा सभी मानव की मुक्ति संभव है।



गुड फ्राइडे पर चर्च के प्रभारी पुरोहित फादर अनिल ने कहा कि येसु की मृत्यु सभी मानवता के लिए कृपा आशीष और मुक्ति का स्रोत बन गया है। ईश्वर होते हुए भी निष्पाप येसु ने अपने प्राण बलिदान अर्पित किया। जिसके माध्यम से सबों का कल्याण हो सके। इस कारण ही येसु की मृत्यु का दिन गुड है। वास्तव में यह पुण्य शुक्रवार है। उन्होंने यह भी बताया कि येसु की मृत्यु के बाद उन्हें कब्र में रखा गया था, जहाँ से वे तीसरे दिन जी उठे। इसलिए झाँकी के बाद क्रूस की उपासना की जाएगी। शनिवार मध्य रात्रि में येसु के पुनरुत्थान की घटना का रात्रि-जागरण भी आयोजित है।
गुड फ्राइडे समारोह के संचालन में बक्सर धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष जेम्स शेखर मौजूद थे। साथ में अन्य पुरोहितगण फादर जितेन्द्र, फादर मनोज एवं फादर प्रताप भी प्रार्थना में शामिल थे। मौके पर श्रद्धालु बडी श्रद्धा के साथ भावुक होकर भाग ले रहे थे। झाँकी में येसु के रूप में पिन्टू, माँ मरियम के रूप में अंजली, पिलातुस के रूप में दीपेश, योहन के रूप में अमृत, वेरोनिका के रूप में रुचि, सीमोन के रूप में राहुल, शास्त्री के रूप में अभिषेक एवं सिपाहियों के रूप में राजू, विशाल, रोहित, अभिषेक, अनमोल, रोशन, सुमित, अंकित, जयप्रकाश ने अपनी भूमिका निभाई। झाँकी का निर्देशन चन्देश्वर प्रसाद ने किया। गीत संचालन में, जयपाल, सिस्टर स्नेहा, सिस्टर चेतना, सिस्टर जनिता, सिस्टर संध्या, सिस्टर प्रीति, सुषमा, पिंकी, पंकज, प्रेम, स्टैनी, अभिषेक एवं अन्य लोग मौजूद थे।

