आय से अधिक संपत्ति मामले में जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार हुए निलंबित
अनुसंधान में व्यवधान उत्पन्न करने पर कृषि विभाग के अवर सचिव ने किया निलंबित




न्यूज विजन | बक्सर
कृषि विभाग के अवर सचिव विपिन कुमार सिंह ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में बक्सर के जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार को निलंबित कर दिया गया है। विभाग द्वारा जारी किए गये पत्र में कहा है कि पुलिस अधीक्षक, निगरानी अन्वेषण, पटना द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार के खिलाफ 90 लाख 19 हजार 4 सौ 83 रुपये आय से अधिक अर्जित करने के आरोप में निगरानी थाना कांड संख्या 62-2022 दर्ज किया गया था। पुलिस अधीक्षक सह अनुसंधानकर्ता, निगरानी अन्वेषण ने सूचित किया था कि डीएओ से उनके चल एवं अचल संपत्ति की जानकारी विहित प्रपत्र में मांग की गई, लेकिन उनके द्वारा सूचना उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जिससे प्रतीत होता है की वे अनुसंधान व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार के अवर सचिव ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबित अवधि में उनका मुख्यालय कृषि निदेशालय, पटना होगा एवं नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।
आय से अधिक मामले में 8 माह पहले जिला कृषि कार्यालय व डीएओ के आवास पर हुई थी छापेमारी








आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार के अवास पर एवं कार्यालय में पटना की निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की 7 सदस्यीय टीम ने वर्ष 2022 के नवंबर माह में छापेमारी की थी। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के डीएसपी मो. खुर्शिद आलम के नेतृत्व में घंटों जांच की प्रक्रिया चली। इसके साथ ही इनके हाजीपुर आवास के दो ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही थी। जांच के दौरान उनके यहां कुछ एफडी व अन्य निवेश की जानकारी मिली है। जब कागजातों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने हाजीपुर स्थित आवास पर होने की बात कही थी। निगरानी के डीएसपी मो खुर्शिद ने बताया था कि जांच के दौरान जो भी साबूत मिले हैं, उसका मूल्यांकन किया जा रहा है। जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार की मौजूदगी में देर शाम तक तलाशी की प्रक्रिया चली थी।
पहले भी दागदार हो चुका है जिला कृषि कार्यालय


जिला कृषि कार्यालय का दामन पहले भी दागदार हो चुका है। दो-दो बार भ्रष्टाचार के गंभीर मामले उजागर हो चुके हैं। बता दें कि भ्रष्टाचार के मामले में बक्सर के दो जिला कृषि पदाधिकारी जेल की यात्रा कर चुके हैं। जिला कृषि कार्यालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व में सबसे पहले जिला कृषि पदाधिकारी प्रेम शंकर राम घूस लेते रंगे हाथ दबोचे गये थे। इसके बाद भी भ्रष्टाचार का सिलसिला जारी रहा। इस कार्रवाई के बाद जिला कृषि पदाधिकारी श्रीभगवान राय को भी निगरानी की टीम ने घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। उपरोक्त मामले में दोनों डीएओ जेल जा चुके हैं। तीसरी भ्रष्टाचार का मामला भी सामने आ गया है। जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में कार्रवाई हुई है।

