प्रो भरत चौबे और चिन्ममय झा को बर्खास्त करने की मांग को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों ने निकाला विरोध मार्च, दिया धरना
विश्वविद्यालय द्वारा जांच कमिटी गठन करने समेत छः सूत्री मांग पत्र कुलपति को भेजा




न्यूज विजन। बक्सर
मंगलवार को एम वी कॉलेज में छात्र और प्रोफेसर के साथ हुए मारपीट के बाद दोनो पक्षों द्वारा एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद बुधवार को विभिन्न छात्र संगठनों के द्वारा छात्र नेता रवि यादव और तुषार विजेता पर हुए हमले के खिलाफ ज्योति चौक से एक विरोध मार्च निकाला गया जो महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय पहुंचा जहां पर एक दिवसीय धरना दिया गया जिसकी अध्यक्षता रवि यादव ने किया जबकि संचालन पृथ्वीराज ने किया। जिसमें छात्र राजद, एआईएसएफ, एनएसयूआई के सभी नेताओं ने अपनी बाते रखी।
धरना के दौरान एआईएसएफ विश्वविद्यालय(वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय) प्रभारी बबलू राज ने कहा महर्षि महाविद्यालय में जिस तरह से छात्र छात्राओं को नामांकन से वंचित करने की कोशिश किया जा रहा है यह दुर्भाग्यपूर्ण है। शिक्षकों के द्वारा छात्र राजद के नेताओं के ऊपर जो हमला हुआ वे बर्दाश्त करने लायक नहीं हम विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग करते हैं कि इस मामले में संलिप्त सभी शिक्षकों को तत्काल उनके पद से मुक्त किया जाए। साथ ही
देश के अंदर विश्वविद्यालयों में लोकतांत्रिक माहौल को खराब करने की कोशिश किया जा रहा है और एक विचारधारा को लागू करने की कोशिश की जा रही जिस तरह से अभाविप और आरएसएस के गुंडों का अत्याचार बढ़ा है। यह लोकतंत्र और संविधान के लिए खतरा है सभी साथियों ने कॉलेज प्रशासन को अपना मांग पत्र सौंपा जिसमे कहा कि छात्र नेताओं पर हुए हमले का एक कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाई जाए, जिसमें सभी छात्र संगठनों का प्रतिनिधित्व के साथ यूनिवर्सिटी द्वारा नियुक्त किसी प्रोफेसर के माध्यम से जांच सुनिश्चित कराई जाए। छात्र नेताओं के हमले के दोषी शिक्षक (भरत चौबे व चिन्मया झा) को तत्काल बर्खास्त किया जाए और जांच कमेटी से दूर रखा जाए। बी ए और इंटर में चल रहे नामांकन में एक कोऑर्डिनेशन कमिटी बनाई जाए जिसमें छात्र नेताओं का प्रतिनिधि शामिल हो ताकि नामांकन सुचारू रूप से चले। कॉलेज के अंदर शैक्षणिक माहौल बहाल करें और नामांकन से प्रभावित छात्रों को तत्काल नामांकन लिया जाए साथ ही नामांकन तिथि बढ़ाई जाए। अभाविप के द्वारा कॉलेज में चल रहे छात्रों के ऊपर हमले और कॉलेज कैंपस में घुसने पर रोक लगाया जाए। छात्र नेताओं पर शिक्षकों द्वारा हुए पुलिसिया करवाई (FIR) तत्काल वापस लिया जाए।
विरोध मार्च के दौरान आंदोलन में छात्र राजद से अशोक यादव, पप्पू यादव, गोलू यादव, छोटू यादव, तुषार विजेता, NSUI से अनुराग राज त्रिवेदी, AISF से क्षितिज केसरी, राहुल ठाकुर, आसिफ अली, हैप्पी राज, आशीष चौरसिया, दिनेश यादव, पीयूष यादव इत्यादि छात्र नेता मौजूद रहे।









