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नाला निर्माण को लेकर मुख्य पार्षद प्रतिनिधि ने जनता के साथ की बैठक

चेयरमैन प्रतिनिधि ने कहा -नाला निर्माण को लेकर शनिवार को कराई जाएगी जमीन की नापी

न्यूज विजन। बक्सर
बरसात का मौसम आते ही सोहनीपट्टी, बारी टोला और अमला टोली के लोगों की परेशानियाँ बढ़ जाती हैं। जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण हल्की बारिश में भी इन इलाकों में घुटने भर तक पानी जमा हो जाता है, जिससे लोगों का घर से निकलना तक मुश्किल हो जाता है। लंबे समय से जारी यह समस्या स्थानीय निवासियों की दिनचर्या, स्वास्थ्य और आवागमन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है।

 

इस गंभीर समस्या का मूल कारण नाले के निर्माण में आ रहा जमीन विवाद है। विवाद के चलते वर्षों से नाली निर्माण अटका हुआ है, जिससे पानी निकासी का स्थायी समाधान संभव नहीं हो पाया। हालांकि अब नगर परिषद की ओर से पहल तेज कर दी गई है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकल सकता है। बुधवार को नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 26 में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य पार्षद प्रतिनिधि नियमतुल्लाह फरीदी, स्थाई सशक्त समिति सदस्य इंद्र प्रताप सिंह, वार्ड पार्षद प्रतिनिधि हैदर अली तथा पूर्व पार्षद सह समाजसेवी राजेश यादव उपस्थित रहे। वार्ड के बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी भी बैठक में शामिल हुए। बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों ने एकमत होकर कहा कि बरसात के समय होने वाले जलजमाव की समस्या तभी खत्म होगी जब नाला निर्माण पूरा हो।

 

नियमतुल्लाह फरीदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि गौरी शंकर मंदिर प्रांगण से नन्द गोपालजी की गली होते हुए नमक गोला रोड तक नाले के निर्माण के लिए शनिवार को जमीन की नापी कराई जाएगी। उन्होंने यह भी आग्रह किया कि जिन लोगों की जमीन नाला निर्माण वाले रास्ते में या उसके आसपास पड़ती है, वे नापी के दौरान अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें ताकि किसी प्रकार का विवाद न रहे और निर्माण कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ सके। जनप्रतिनिधियों ने बताया कि नाले का निर्माण होने से वार्ड के तीनों प्रभावित मोहल्लों—सोहनीपट्टी, बारी टोला और अमला टोली—को स्थायी राहत मिलेगी। जलजमाव के कारण यहां के स्कूली बच्चों, बुजुर्गों, मरीजों और ऑफिस जाने वाले लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। पानी भर जाने से गंदगी, मच्छरों और संक्रामक बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में नाले का निर्माण एक जनहित का महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

गौरी शंकर मंदिर परिसर का होगा सौंदर्यीकरण

गौरी शंकर मंदिर शहरवासियों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है। मुख्य पार्षद प्रतिनिधि नियमतुल्लाह फरीदी ने बताया कि नाला निर्माण के बाद गौरी शंकर मंदिर की चहारदीवारी का निर्माण भी कराया जाएगा, जिससे मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण होगा और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिलेगी। इससे न सिर्फ जलजमाव की समस्या का समाधान होगा, बल्कि नगर के इस धार्मिक स्थल का स्वरूप भी बेहतर होगा।

जलजमाव की समस्या से मुक्ति की उम्मीद

जमीन की नापी शनिवार को होने जा रही है, जिसके बाद नाले के निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। स्थानीय लोगों में इस पहल से राहत की उम्मीद है कि वर्षों से जो समस्या उनके लिए सिरदर्द बनी हुई थी, उससे अब मुक्ति मिल सकेगी। जनप्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि नाले का निर्माण जल्द शुरू कराया जाएगा, ताकि वार्ड 26 और आसपास के मोहल्लों में रहने वाले लोगों को बरसात में परेशानी न उठानी पड़े।

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