वोटर लिस्ट से नाम कटे लोगों की मदद के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सक्रिय, सभी ब्लॉकों में बनाए गए बेंच



न्यूज़ विज़न। बक्सर
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के निर्देश के अनुसार अब देशभर के सभी जिलों में उन मतदाताओं को सहायता दी जाएगी, जिनके नाम अंतिम मतदाता सूची से बाहर कर दिए गए हैं। इस दिशा में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) ने विशेष पहल शुरू की है, ताकि प्रभावित मतदाता चुनाव आयोग के समक्ष अपील दाखिल कर सकें।








इस मामले की सुनवाई कर रही न्यायमूर्ति और जस्टिस की पीठ ने कहा है कि “हर नागरिक को अपील करने का उचित अवसर मिलना चाहिए, और उन्हें यह जानने का भी अधिकार है कि उनके नाम क्यों हटाए गए।” पीठ ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों को निर्देश दिया है कि वे अपील दायर करने में मतदाताओं को हर संभव विधिक सहायता उपलब्ध कराएं। बक्सर जिले में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष हर्षित सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष समिति का गठन किया गया है। इस समिति में सचिव नेहा दयाल के साथ जितेंद्र कुमार और शत्रुघ्न सिन्हा को सदस्य बनाया गया है।




समिति की ओर से आम जनता को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में लोगों को बताया जा रहा है कि जिनका नाम वोटर लिस्ट से कट गया है, वे अपने ब्लॉक स्तर पर गठित लोक अदालत बेंच में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
सभी ब्लॉकों में पैनल अधिवक्ता और पैरा लीगल वालंटियर नियुक्त
सुनिश्चित करने के लिए कि हर ब्लॉक में लोगों को तुरंत सहायता मिले, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने सभी ब्लॉकों में पैनल अधिवक्ताओं और पैरा-लीगल वॉलंटियर्स (PLVs) की तैनाती की है।
इनकी सूची इस प्रकार है —
* चौसा ब्लॉक – प्रमोद कुमार, सुरेंद्र पांडे
* इटाढ़ी ब्लॉक – रणविजय ओझा, जनार्दन साह
* राजपुर ब्लॉक – अनिल कुमार दुबे, शिव दयाल पांडे
* डुमरांव ब्लॉक – ललन सिंह, अनीश भारती
* केसठ ब्लॉक – मधु कुमारी, संतोष कुमार सिंह
* नावानगर ब्लॉक – सुरेश प्रसाद, ज्योति कुमारी
* ब्रह्मपुर ब्लॉक – जावेद अख्तर, विकास कुमार
* सिमरी ब्लॉक – मंगल कुमार राय, प्रभाकर मिश्रा
* चक्की ब्लॉक – चंद्रकला वर्मा, नेहा कुमारी
* चौगाई ब्लॉक – किरण कुमारी, राजेश कुमार
इन सभी अधिवक्ताओं और स्वयंसेवकों का दायित्व होगा कि वे ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचकर उन लोगों को सहायता दें, जिनके नाम मतदाता सूची से विलोपित कर दिए गए हैं। हर ब्लॉक में अलग-अलग लोक अदालत बेंच बनाए गए हैं, जहाँ प्रभावित मतदाता अपने आवेदन व दस्तावेज लेकर संपर्क कर सकते हैं। साथ ही, ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम चलाकर लोगों को यह जानकारी दी जा रही है कि वे किस तरह अपील कर सकते हैं और किस स्तर पर उनकी शिकायत सुनी जाएगी।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव नेहा दयाल ने कहा कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी नागरिक को अपने मताधिकार से वंचित न होना पड़े। जिनका नाम गलती से वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है, उन्हें अपील करने में पूरी कानूनी सहायता दी जाएगी। प्रत्येक ब्लॉक में पैनल अधिवक्ता और पैरालीगल स्वयंसेवक तैयार हैं।
इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य यह है कि —
1. किसी भी पात्र नागरिक का नाम बिना कारण मतदाता सूची से न हटे।
2. जिनका नाम हटा दिया गया है, वे समय रहते अपील कर सकें।
3. हर मतदाता को अपने अधिकार की रक्षा के लिए विधिक सहायता मिले।

