विश्वकर्मा पूजा पर श्रमिकों और युवाओं को मिला बड़ा तोहफा, जिले के 20,610 श्रमिक हुए लाभान्वित
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 लाख से अधिक निर्माण श्रमिकों को वस्त्र सहायता योजना की राशि दी, ‘मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना’ वेब पोर्टल का भी हुआ शुभारंभ



न्यूज़ विज़न। बक्सर
विश्वकर्मा पूजा के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार ने राज्यभर के निर्माण श्रमिकों और युवाओं को एक साथ बड़ी सौगात दी। मुख्यमंत्री ने अपने कर-कमलों से “बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड” के अंतर्गत पंजीकृत 16,04,929 निर्माण श्रमिकों के बैंक खातों में वस्त्र सहायता योजना के तहत ₹5,000 प्रति श्रमिक की दर से कुल ₹802 करोड़ 46 लाख की राशि का सीधा हस्तांतरण किया।








इसी के साथ, युवाओं के लिए रोजगार और प्रशिक्षण को बढ़ावा देने हेतु ‘मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना’ के वेब पोर्टल का भी शुभारंभ किया गया। इस पोर्टल के माध्यम से राज्य के प्रशिक्षित युवाओं को MSME, सार्वजनिक उपक्रमों एवं सरकारी संस्थानों में इंटर्नशिप के अवसरों के साथ-साथ आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इस राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत बक्सर जिला भी शामिल रहा। जिले के 20,610 पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को कुल ₹10 करोड़ 30 लाख 50 हजार की राशि का भुगतान किया गया। यह राशि सीधे लाभुकों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की गई।




कलेक्ट्रेट सभागार में हुआ सीधा प्रसारण
मुख्यमंत्री द्वारा किए गए इस राज्यस्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण बक्सर समाहरणालय परिसर स्थित सभाकक्ष में किया गया। इस अवसर पर जिला स्तर पर भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें जिला पदाधिकारी डॉ. विद्यानन्द सिंह, उप विकास आयुक्त आकाश चौधरी, अपर समाहर्ता अरुण कुमार, श्रम अधीक्षक बक्सर सहित सभी श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी उपस्थित रहे। इसके अलावा, मजदूर यूनियन के प्रतिनिधि तथा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए सैकड़ों श्रमिक भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना : युवाओं को मिलेगा अवसर
‘मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना’ का उद्देश्य राज्य के प्रशिक्षित युवाओं को रोजगारपरक अवसर उपलब्ध कराना है। इस योजना के तहत चयनित युवाओं को न केवल सरकारी व गैर-सरकारी संस्थानों में इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा, बल्कि इसके साथ-साथ आर्थिक सहायता भी दी जाएगी, ताकि वे व्यावहारिक अनुभव प्राप्त कर भविष्य में आत्मनिर्भर बन सकें।

