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संयुक्त किसान मोर्चा ने 21 सूत्री ज्वलंत मांगों को लेकर निकाली चेतावनी रैली

मांगे नहीं पूरी हुयी तो डीएम के समक्ष अनिश्चितकालीन घेरा डालो, डेरा डालो कार्यक्रम होगा शुरू

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 

एक महीना के अंदर यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो डीएम के समक्ष अनिश्चितकालीन घेरा डालो, डेरा डालो शुरू होगा। और किसान महासभा जिला प्रशासन को अपनी मांगों को मनवाने के लिए मजबूर करेंगे। उक्त बातें बिहार राज्य किसान महासभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह ने चेतावनी रैली के दौरान कलेक्ट्रेट गेट घेराव के दौरान कहा।  मंगलवार को केंद्र और राज्य सरकार की वादा खिलाफी के खिलाफ किसानों ने अपने 21 सूत्री ज्वलंत मांगों को लेकर चेतावनी रैली किला मैदान से हजारों हजार की संख्या में किसानों का विशाल कारवां गगन भेदी नारा लगाते हुए थाना चौक, ज्योति प्रकाश चौक एवं डाॅ अम्बेडकर चौक होते हुए जिला समाहरणालय पहुँचा। जहां जिला समाहर्ता बक्सर के माध्यम से राज्य एवं केंद्र सरकार को हजारों- हजार की संख्या में किसानों का विशाल कारवां संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आज अल्टीमेटम दिया।

 

अशोक प्रसाद ने कहा कि 20 मार्च को बनारपुर, कोचाढी और मोहनपुरवा में हुए पुलिसिया तांडव के गुनहगारों पर अविलंब कार्रवाई की जाय। खाद सब्सिडी में सरकार द्वारा भारी कटौती से पूरे बिहार में डीएपी के लिए हाहाकार को दूर करने के लिए भरपूर मात्रा में डीएपी आपूर्ति किया जाए। किसान नेता अशोक तिवारी के हत्यारे एवं साजिशकर्ता को जेल में बंद करो। हर साल जमीन के दाम में 10% वृद्धि मानकर किसानों को मुआवजे का भुगतान होगा। C-2 +50% के आधार पर एमएसपी निर्धारित कर किसानों के सभी फसलों को खरीदने की कानूनी गारंटी हो। 60 साल की उम्र से सभी पुरुष एवं महिला किसानों एवं खेत मजदूरों को ₹10000 मासिक पेंशन दो। आत्महत्या रोकने के लिए किसानों का सभी प्रकार का कर्जा माफ करो। किसानों के सभी फसलों, पशुपालन एवं बागवानी सहित सभी कृषि कार्यों के लिए सार्वजनिक बीमा सुनिश्चित किया जाए। आवारा पशुओं की आवारा गर्दी पर रोक लगे तथा किसानों को फसल बर्बादी का मुआवजा दो। बाढ़-सुखाड़ एवं जल जमाव का स्थाई निदान, सोन नहर का आधुनिकीकरण, उत्तर कोयल नहर परियोजना को अविलंब चालू किया जाए तथा कदवन जलाशय का अविलंब निर्माण हो।रेल कॉरिडोर एवं एन एच-319 ए का रूट बदला जाए आदि प्रमुख मांगों को जोर से जोर से लोगों ने उठाया।

 

आयोजित सभा को संबोधित करते हुए किसान नेता साथी दिनेश कुमार ने कहा की सरकार द्वारा सर्किल रेट में हर साल 10 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा किसान आंदोलन की बड़ी जीत है। उन्होंने कहा की एक महीना के अंदर हमारे सभी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो हम यहीं अनिश्चितकालीन घेरा डालो डेरा डालो करेंगे और किसान तब तक यहाँ जमे रहेंगे जब तक की किसानों को न्याय नहीं मिले और सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करें।

 

सभा को सम्बोधित करते हुए किसान नेता जिला पार्षद केदार सिंह, शिवजी तिवारी, शिवाजी सिंह, शर्मा तिवारी, नरेंद्र तिवारी, सियाराम यादव, मुन्ना तिवारी, सुरेन्द्र सिंह, शैलेश राय, अजय मिश्रा, प्रिंस तिवारी आदि ने अपना विचार व्यक्त किए। सभा की अध्यक्षता किसान नेता राम प्रवेश सिंह ने की। वक्ताओं ने कहा कि किसानों को संगठित,अनवरत और जुझारू आंदोलन ही सरकार को आखिर में झुकने के लिए मजबूर करेगा। बगैर किसानों की सहमति के भूमि अधिग्रहण नहीं हो सकेगा। किसान अपना जान दे देंगे, पर अपना जमीन नहीं देंगे। विकास के नाम पर किसानों की जमीन छीन कर कॉर्पोरेट को सस्ते दामों पर देने हेतु औने- पौने भाव में किसानों से जमीन खरीदने की सरकार की गंदी साजिश को किसान भली-भांति समझ रहे थे। संयुक्त किसान मोर्चा, बिहार ने सरकार से मांग की है कि  सरकार अविलंब चौसा, कैमूर, बिहटा सहित सभी इलाकों में नए सिरे से जमीन का कीमत निर्धारित कर बाजार दर से चार गुणा मुआवजे की भुगतान करे। अंत में डीएम की अनुपस्थिति में जिला उप विकास आयुक्त से प्रतिनिधिमंडल मिलकर अपना स्मार- पत्र सौपा।

 

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