ACCIDENT

एक घंटे के भीतर एनएच-922 पर दो सड़क हादसे, एक की मौत दो गंभीर

दलसागर के समीप अज्ञात वाहनों की टक्कर से एनएच-922 पर मचा कोहराम

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 
बक्सर जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच-922 पर दलसागर गांव के समीप रविवार को एक घंटे के अंतराल पर हुई दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। इन हादसों में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है।

 

प्राप्त जानकारी के अनुसार पहली घटना रविवार शाम करीब 3 बजे की है। औद्योगिक थाना क्षेत्र के निरंजनपुर निवासी स्वर्गीय मुक्तेश्वर पाठक के 42 वर्षीय पुत्र सुशील पाठक उर्फ पिंकू अपने गांव की ओर जा रहे थे। जैसे ही वे दलसागर टोल प्लाजा से पहले दलसागर गांव के एनएच क्रॉसिंग के पास पहुंचे, तभी एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने उन्हें जबरदस्त टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि सुशील पाठक की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर औद्योगिक थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

 

इसी स्थान पर दूसरी घटना लगभग एक घंटे बाद, शाम करीब 4 बजे घटी। दलसागर गांव के पास एनएच क्रॉसिंग पर ही एक बाइक सवार को अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में बाइक पर सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए पुलिस की मदद से दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

इस संबंध में औद्योगिक थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि दलसागर गांव के पास एनएच-922 की क्रॉसिंग काफी खतरनाक हो चुकी है। यहां आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। रविवार को भी इसी स्थान पर दो अलग-अलग हादसों में एक व्यक्ति की मौत हुई है और दो अन्य घायल हुए हैं। पुलिस द्वारा आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है तथा अज्ञात वाहनों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।

लगातार हो रही दुर्घटनाओं से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि दलसागर क्रॉसिंग पर न तो पर्याप्त संकेतक लगे हैं और न ही स्पीड कंट्रोल की कोई व्यवस्था है, जिससे तेज रफ्तार वाहन हादसों का कारण बन रहे हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस खतरनाक क्रॉसिंग पर जल्द से जल्द ट्रैफिक संकेत, स्पीड ब्रेकर या अन्य सुरक्षा उपाय किए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।

 

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