श्री राम के चरण-धूलि स्पर्श से मुक्त होकर नारी रूप में लौटीं अहिल्या: बैकुंठनाथ जी महाराज
श्री राम कथा में बुधवार को स्वामी श्री बैकुंठनाथ जी महाराज ने अहिल्या उद्धार की कथा सुनाई


न्यूज विजन। बक्सर
शहर के सती घाट स्थित लाल बाबा आश्रम पर पूज्य लाल बाबा सरकार के 19वें निर्वाण दिवस पर आयोजित नव दिवसीय श्रीराम कथा के पूज्य श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज के कृपा पात्र जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी श्री बैकुंठनाथ जी महाराज, पीठाधीश्वर मायामधुसूदन धाम, हरिद्वार ने अहिल्या उद्धार प्रसंग का विस्तार से वर्णन किया।
स्वामी जी महाराज ने अहिल्या उद्धार प्रसंग में बताया कि गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या को इंद्र के छल से श्राप मिला और वे पत्थर बन गईं। फिर श्री राम के चरण-धूलि स्पर्श से मुक्त होकर नारी रूप में लौटीं और पति के पास गईं। यह कथा रामचरितमानस में वर्णित है और भगवान की कृपा व सच्ची भक्ति के महत्व को दर्शाती है, जो युगों-युगों तक कष्ट सहने के बाद भी मुक्ति दिलाती है। महाराज जी ने अहिल्या उद्धार प्रसंग को विस्तार देते हुए कहा कि अहिल्या का विवाह सप्तर्षियों में से एक, महान तपस्वी और ज्ञानी गौतम ऋषि से हुआ था।
इसके बाद भी इंद्र ने जबरदस्ती करने का प्रयास किया।उसी दौरान गौतम ऋषि आश्रम में आ गए। फिर उन्होंने देखा कि इंद्र ने उनका वेश बना रखा है। यह देखकर वो क्रोधित हो उठे और इंद्र को श्राप दे दिया। गौतम ऋषि ने इंद्र को कहा कि तुम्हारे अंदर छिपी वासना तुम्हारे शरीर पर भी नजर आएगी। इस श्राप की वजह से इंद्र देव के शरीर के सभी रोम-छिद्र स्त्री-योनि के रूप में समाने आ गए।
हालांकि बाद में देवताओं के आग्रह और भगवान की कृपा से वो योनियां आंखों में बदल गई । गौतम ऋषि अहिल्या को श्राप दिया। उन्होंने अहिल्या से कहा कि वो हजारों वर्षों तक पत्थर बनीं रहेंगी। जब अहिल्या ने सच्चाई बताई तो गौतम ऋषि को पछतावा हुआ। उन्होंने कहा कि उनका श्राप तो वापस नहीं होगा, लेकिन त्रेता युग में भगवान राम की कृपा से अहिल्या का उद्धार होगा। आश्रम के महंत श्री सुरेन्द्र जी महाराज ने कहा कि सती घाट पर आयोजित श्री राम कथा का श्रवण कर पुण्य का भागी बने।
मौके पर युवा जदयू के प्रदेश महासचिव आजाद सिंह राठौर, झूना पांडेय, पुना बाबा, नीरज सिंह, रणधीर श्रीवास्तव, दुर्गेश पांडेय, प्रह्लादजी, मनोज वर्मा, अंजय दुबे, संतोष गुप्ता, बबलू तिवारी, वीर राय, अनिरुद्ध तिवारी, बिनोद जायसवाल, संतोष शर्मा, सुरेन्द्र वर्मा,





