भटकी हुई महिला को महिला हेल्पलाइन और प्रशासनिक समन्वय से मिला सहारा, परिजनों को सुरक्षित सौंपा गया




न्यूज़ विज़न। बक्सर
महिला सुरक्षा एवं पुनर्वास की दिशा में कार्य कर रही ‘सखी वन स्टॉप सेंटर’ बक्सर के द्वारा एक सराहनीय पहल की गई। यह मामला 30 जुलाई की रात का है, जब सदर अनुमंडल पदाधिकारी अविनाश कुमार को सूचना मिली कि एक महिला रास्ता भटक कर असहाय स्थिति में है।






सूचना मिलते ही एसडीओ के निर्देश पर महिला हेल्पलाइन बक्सर की केंद्र प्रशासक बंटी देवी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 112 नंबर पुलिस सहायता से उक्त महिला लक्ष्मीना देवी, पति सुरेश यादव, ग्राम जमुआ टोला, पोस्ट केसठ, थाना नवानगर, जिला बक्सर को रेस्क्यू किया और उन्हें तत्काल ‘अल्पावास गृह, बक्सर’ में अस्थायी रूप से आश्रय प्रदान किया गया। महिला को सुरक्षित स्थान पर रखने के बाद 31 जुलाई को पुनर्वास पदाधिकारी कुमारी साधना के नेतृत्व में आगे की कार्यवाही की गई। उन्होंने केसठ प्रखंड के पूर्व प्रमुख उमेश कुमार एवं कतिकनार पंचायत के प्रमुख जयशंकर महतो से संपर्क स्थापित कर मोबाइल के माध्यम से महिला के घर की पहचान सुनिश्चित की।


इसके उपरांत, उसी दिन महिला के परिजनों को अल्पावास गृह बुलाया गया और विधिवत काउंसलिंग की गई। काउंसलिंग के दौरान परिजनों को महिला के अधिकार, सुरक्षा और मानसिक स्थिति से अवगत कराया गया। प्रशिक्षित टीम द्वारा परिजनों को समझाने के बाद, महिला को पूरी तरह से सुरक्षित तरीके से उनके परिवार को सुपुर्द कर दिया गया। यह प्रक्रिया न केवल महिला के पुनर्वास को सुनिश्चित करती है, बल्कि प्रशासन और महिला सहायता केंद्र की तत्परता और संवेदनशीलता को भी दर्शाती है। यह घटना महिला सुरक्षा एवं संरक्षण के क्षेत्र में एक सकारात्मक उदाहरण के रूप में सामने आई है, जहां प्रशासन, पुलिस और महिला सहायता संस्थाओं के समन्वय से एक असहाय महिला को दोबारा सुरक्षित जीवन की राह पर लौटाया गया।

