शिक्षकों की वरीयता सूची संशोधित, तीन दर्जन को स्नातक ग्रेड में प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति




न्यूज़ विज़न। बक्सर
बिहार प्रारंभिक शिक्षक प्रोन्नति सह स्क्रीनिंग समिति ने एक बार फिर 2023 के बाद वरीयता सूची में संशोधन करते हुए लगभग तीन दर्जन शिक्षकों के नाम जोड़ दिए हैं। नई संशोधित वरीयता सूची में शामिल इन शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति प्रदान की गई है। अब इनके पदस्थापन की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी।








शिक्षकों ने 25 सितंबर 2012 से प्रभावी इस प्रोन्नति को लेकर हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की है और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) तथा जिला शिक्षा पदाधिकारी को सहृदय धन्यवाद दिया है। प्रोन्नति प्राप्त शिक्षकों का कहना है कि जल्द से जल्द प्रधानाध्यापक पद पर भी प्रोन्नति देकर उच्चतर प्रभार दिया जाना चाहिए, ताकि जिले के प्रधानाध्यापक विहीन विद्यालयों में इस रिक्ति को पूरा किया जा सके। जानकारी के अनुसार, इस प्रक्रिया से शिक्षकों में प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति की प्रबल संभावना बन गई है। प्रधानाध्यापक पद के लिए औपबंधिक सूची भी जारी हो चुकी है, अब केवल अंतिम सूची का प्रकाशन बाकी है। अनुमान है कि अंतिम सूची में लगभग 250 शिक्षकों के नाम शामिल होंगे, जिन्हें प्रधानाध्यापक पद पर पदस्थापित किया जाएगा।




प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट) के मूल के जिला अध्यक्ष डॉ. सुरेन्द्र कुमार सिंह ने इस उपलब्धि को लंबे समय से चल रहे प्रयासों का परिणाम बताया। उन्होंने इस कार्य में सहयोग करने वाले सभी शिक्षकों को हार्दिक धन्यवाद दिया और विशेष रूप से उन साथियों को बधाई दी जो सक्रिय रूप से इस प्रक्रिया में जुड़े रहे। बधाई देने वालों में डॉ. सुरेन्द्र कुमार सिंह, जगनयन प्रसाद, धर्मदेव सिंह, प्रमोद कुमार, राजीव कुमार, श्याम धनी सिंह, मनोज कुमार सिंह, प्रभात चंद राम, रामविलास प्रसाद, अभिनीत कुमार, प्रवीण कुंवर, पंकज कुमार, लालजी राम, मदन कुमार सिंह, रमाशंकर रंजक, दिलीप कुमार सिंह, जितेंद्र प्रसाद सिंह, सुरेंद्र कुमार सिंह, श्यामधनी सिंह सहित कई शिक्षक शामिल हैं।
डीपीओ को विरमित न करने की मांग
डॉ. सिंह ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से आग्रह किया है कि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) विष्णुकांत राय को तब तक विरमित न किया जाए, जब तक प्रधानाध्यापक पद पर पदस्थापन की पूरी प्रक्रिया पूरी न हो जाए। उनका कहना है कि इनके स्थानांतरण से प्रक्रिया में बाधा आ सकती है। गौरतलब है कि बक्सर जिले में 2012 से प्रधानाध्यापक पद पर प्रोन्नति की प्रक्रिया बाधित थी, जिसे अब गति मिल रही है।

