ग्रीष्मकालीन अवकाश में छात्रों को दिए गए होमवर्क को कराने के साथ 31 मई तक पढ़ाये गए पाठ्यक्रम को अभिभावक कराएं रिवीजन : डीएम
"पढ़ेंगे बढ़ेंगे और सीखेंगे हम" विषय पर आयोजित हुआ अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी कार्यक्रम




न्यूज़ विज़न। बक्सर
शनिवार को डीएम अंशुल अग्रवाल की उपस्थिति में जिला अंतर्गत आदर्श शिशु मध्य विद्यालय कोइरपुरवा एवं मध्य विद्यालय महदह में अभिभावक शिक्षक संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान डीएम द्वारा अभिभावकों को अवगत कराया गया की 01 जून 2025 से ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो रहा है। इस अवधि में अपने घरों में बच्चों के पठन-पाठन हेतु माहौल उत्पन्न करें। बच्चों के पठन-पाठन हेतु कोना (स्टडी कॉर्नर) चिन्हित एवं विकसित कर लें। यदि अतिआवश्यक न हो तो 11:00 बजे पूर्वाह्न से 05:00 बजे अपराह्न के बीच घर से नहीं निकलने दे। कक्षा में 01 अप्रैल से 31 मई 2025 तक पढ़ाए गए पाठ और अभ्यास का छुट्टियों में पुनः रिवीजन कराए।









डीएम द्वारा छात्र-छात्राओं के अभिभावकों से अपील किया गया कि बच्चों को शैक्षणिक उपयोग वाले वीडियो आदि देखने हेतु प्रेरित करेंगे। संगोष्ठी कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों द्वारा अभिभावकों को गर्मी की छुट्टी के दौरान छात्रों को दिए गए होमवर्क के बारे में बताया गया एवं प्रेरित किया गया कि विद्यालय द्वारा दिए गए होमवर्क को बच्चों से ससमय पूर्ण कराएं। 28 अप्रैल से 2 मई 2025 के मध्य अभियान के तहत पाठ्य पुस्तकों का वितरण कराया गया था। जिलाधिकारी द्वारा प्रधानाध्यापक को निर्देश दिया गया कि यदि किसी कारणवश किसी छात्र को पाठ्यपुस्तक अथवा अभ्यासपुस्तक उपलब्ध नहीं हुआ है तो प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से समन्वय कर संगोष्ठी के दौरान ही छात्र को पाठ्यपुस्तक एवं अभ्यास पुस्तक निश्चित रूप से उपलब्ध करायेंगे। अभिभावकों को ई-शिक्षाकोष से होमवर्क की प्रति डाउनलोड कर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। परिजन शिक्षण संवाद में परिजनों से प्राप्त सुझाव के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी बक्सर एवं संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।
संगोष्ठी में छात्रों को मिलने वाली पाठ्यपुस्तक, अभ्यास पुस्तक, डायरी एवं टी०एल०एम० के बारे में भी बताया गया। पाठ्यपुस्तक के मुख पृष्ठ एवं पिछला पृष्ठ पर यातायात के नियम, साफ-सफाई, समाज में बच्चों का कैसा आचरण हो, कतार में खड़े रहना, वातावरण की साफ सफाई एवं नागरिक बोध लिखे गए हैं जो छात्रों को पाठ्य पुस्तकों को समझने में मदद करते हैं। अभिभावकों को संगोष्ठी में निर्देशों से अवगत कराया गया एवं उन्हें प्रेरित किया गया कि छात्रों के साथ ग्रीष्मावकाश में मुख्य पृष्ठ एवं पिछला पृष्ठ के निर्देशों को अवश्य पढ़ें। संगोष्ठी कार्यक्रम में जिला शिक्षा पदाधिकारी बक्सर, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बक्सर, संबंधित विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं की बड़ी संख्या में अभिभावक उपस्थित थे।





