ग्रामीण विकास विभाग बिहार द्वारा जारी रैंकिंग में बक्सर जिला 84.84 अंक के साथ राज्य में प्रथम




न्यूज़ विज़न। बक्सर
ग्रामीण विकास विभाग बिहार द्वारा माह मार्च 2025 के जारी रैकिंग में मनरेगा क्रियान्वयन में बक्सर जिला को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। मनरेगा के विभिन्न 14 आयामों (इंडिकेटर) पर रैंकिंग निर्धारित की गई, जहाँ बक्सर को 84.84 अंक प्राप्त हुए हैं।







सूचना जनसम्पर्क कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य द्वारा खेल मैदान की पूर्णता, मानव दिवस सृजन की उपलब्धि, मानव दिवस सृजन में महिला एवं अनुसूचित जाति/जनजाति परिवारों की भागीदारी, वृक्षारोपण योजनाओं की उत्तर जीविता एवं निरीक्षण, आवास योजनाओं में मजदूरी का भुगतान, मजदूरों का ससमय भुगतान, मोबाईल एप से उपस्थिति, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन एवं कृषि आधारित कार्यों की प्राथमिकता, आधार आधारित भुगतान, एवं एरिया ऑफिसर एप से योजनाओं का निरीक्षण जैसे कुल 14 इंडिकेटर पर रैंकिंग जारी किया गया है। वही आधार आधारित भुगतान, खेल मैदान पूर्णता में बक्सर राज्य में पहले से ही प्रथम स्थान पर है।

बक्सर जिले के 94 पंचायत में कुल 108 खेल मैदान निर्माण कार्य किये जा रहे है जिसमे 55 खेल मैदान पूर्ण कर लिया गया है। मानव दिवस सृजन के लिए निर्धारित लक्ष्य 49 लाख दिवस के विरुद्ध 54 लाख दिवस सृजित किये गये हैं, जो 110 प्रतिशत है। समय से मजदूरी का भुगतान- 98 प्रतिशत। शत प्रतिशत जाब कार्ड धारियों का आधार सीडिंग किया गया है। वहीं 98 प्रतिशत का आधार आधारित भुगतान किया गया है। आवास के 2912 लाभुकों को मनरेगा की 90 दिवस की मजदूरी प्रदान की गई है। 30 प्रतिशत अनुसूचित जाति/जनजाति एवं 50% महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित की गई है। जिले में वृक्षारोपण योजनाओं की 91 प्रतिशत उत्तर जीविका है। प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन एवं कृषि आधारित कार्यों पर व्यय का प्रतिशत भी 70 से अधिक है। 80 प्रतिशत योजनाओं का निरीक्षण किया जा चुका है। 400 से अधिक योजनाओं का निरीक्षण उप विकास आयुक्त द्वारा भी किया गया है। उप विकास आयुक्त एवं जिला पदाधिकारी द्वारा भी एरिया ऑफिसर एप से योजनाओं का लक्ष्य के अनुरूप निरीक्षण किया गया है।
जिले में मनरेगा योजना से चेकडैम का निर्माण, ग्राम संगठन भवन (जीविका भवन) का निर्माण, आंगनबाड़ी भवन का निर्माण, ग्रामीण हाट बाजार का निर्माण कार्य भी पूर्ण किये गये है। डीएम अंशुल अग्रवाल के द्वारा नियमित रूप से मनरेगा की समीक्षा बैठक करते हुए सभी आयामों (इंडिकेटर) में शत प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया जाता है।

