जन सुराज का संकल्प : बिहार का आत्मसम्मान और गौरव को फिर से स्थापित करना – तथागत हर्षवर्धन
सदर प्रखंड के महदह गांव में जन सुराज द्वारा आयोजित किया गया बिहार बदलाव सभा




न्यूज़ विज़न। बक्सर
जन सुराज द्वारा मंगलवार को जिले के ग्राम पंचायत महदह में “बिहार बदलाव सभा” का भव्य आयोजन किया गया। जिसमे हजारों की संख्या में ग्रामीण जनों ने भाग लिया और जन सुराज के पाँच प्रमुख संकल्पों से रूबरू हुए।






सभा के मुख्य अतिथि एवं शाहाबाद चुनाव अभियान समिति के संयोजक तथागत हर्षवर्धन ने अपने प्रभावशाली संबोधन में बिहार की वर्तमान सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक परिस्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने जोर देकर कहा कि अब समय आ गया है कि बिहार अपनी दशा और दिशा दोनों बदले। उन्होंने कहा कि किस तरह विगत दशकों में परंपरागत राजनीतिक दलों ने सत्ता की लालसा में बिहार की जनता को जाति और धर्म के नाम पर विभाजित किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जन सुराज सत्ता नहीं, व्यवस्था परिवर्तन का आंदोलन है। पार्टी का उद्देश्य है बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, युवाओं को रोजगार, महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण, किसानों की आय दुगनी करना, बुजुर्गों को सम्मानजनक पेंशन और सबसे बढ़कर, पलायन की पीड़ा से बिहार को मुक्त कराना।

जन सुराज का संकल्प है कि बिहार का आत्मसम्मान और गौरव फिर से स्थापित हो और एक सुंदर, पारदर्शी और जनहितकारी शासन व्यवस्था बिहार में लागू की जाए। सभा को संबोधित करने वालों में शाहाबाद युवा प्रभारी बजरंगी मिश्रा, अनुमंडल महिला अध्यक्ष रीना शर्मा, अनिशा, आनंद प्रकाश मिश्रा, श्रीमान राय, छोटू पांडे सहित कई वक्ताओं ने भी जन सुराज के विजन और लक्ष्यों को विस्तार से रखा। अभिषेक सांकृत, कार्यक्रम प्रभारी ने बताया कि आज बिहार को एक वैकल्पिक राजनीति की ज़रूरत है, और जन सुराज उस परिवर्तन की शुरुआत कर चुका है। सभा का संचालन जिला मुख्य प्रवक्ता अजय मिश्रा ने किया।
कार्यक्रम में बंटी सिंह (सरपंच), राजू सिंह, पुष्पा देवी, निशा देवी, सुमन देवी, चुन्नू सिंह, अरुण कुशवाहा, जयनाथ यादव, अमित पांडे, दिलीप सिंह, मंजू देवी, पिंटू सिंह, सत्येंद्र पासवान, कुसुम देवी, आनंद पासवान, उपेंद्र श्रीवास्तव, करुणानिधि दुबे, आशा देवी, चितरंजन कुमार, धर्मेंद्र राजभर सहित सैकड़ों ग्रामवासी बड़ी उत्साह के साथ शामिल हुए और जन सुराज की मुहिम को अपना समर्थन दिया। बिहार बदलाव की लहर उठ चुकी है – अब न कोई जाति, न कोई डर, सिर्फ़ सुशासन और सुजन की सरकार होगी। जन सुराज – एक नया बिहार बनाने की ओर बढ़ता कदम।

