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मानव व पर्यावरण के बीच के संबंध को समझना जरूरी, तभी लोग अपनी जिम्मेदारी समझेंगे : नेहा दयाल 

पर्यावरण संरक्षण हमारे बच्चों और आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर और सुरक्षित पर्यावरण सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 

बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना के निर्देश के आलोक में व्यवहार न्यायालय बक्सर स्थित जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यालय भवन विधिक सेवा सदन में गुरुवार विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका शुभारम्भ सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार नेहा दयाल एवं उपस्थित अन्य लोगों ने पौधारोपण कर किया।

 

विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पौधरोपण के पश्चात उपस्थित लोगों को जानकारी देते हुए नेहा दयाल, अवर न्यायाधीश -सह- सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, पर्यावरण से संबंधित कानून, न्यायिक घोषणाएं, साथ ही विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में उपस्थित लोगों को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हर साल 5 जून के दिन दुनियाभर में World Environment Day के रूप में मनाया जाता है। पहला विश्व पर्यावरण दिवस 1974 को मनाया गया था। पर्यावरण खतरों के बारे में और इससे होने वाले नुकसान को कैसे रोका जा सकता है। इन चीजों के प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से यह दिन मनाया जाता है। पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के मकसद से विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) मनाने की शुरुआत हुई थी। पर्यावरण संरक्षण हमारे बच्चों और आने वाली पीढ़ियों को एक बेहतर और सुरक्षित पर्यावरण सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मानव और पर्यावरण के बीच गहरे संबंध को समझाना जरूरी है। तभी लोग इसके प्रति अपनी जिम्मेदारी समझेंगे।

 

उन्होंने कहा कि साल 1972 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने मानव पर्यावरण पर स्टॉकहोम सम्मेलन के दौरान 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का एक प्रस्ताव पारित किया था। जिसके बाद से हर साल यह दिन मनाया जाने लगा। पहला विश्व पर्यावरण दिवस 1973 में “केवल एक पृथ्वी” थीम के साथ मनाया गया था।  लगातार बढ़ता प्रदूषण सिर्फ मनुष्यों के लिए ही नहीं, बल्कि हमारी प्रकृति के लिए भी खतरनाक है। स्वस्थ और स्वच्छ प्रकृति मानव जीवन का आधार है। प्रकृति हमें जीवन जीने के लिए सभी जरूरी चीजें उपलब्ध कराती है। ऐसे में इसका दोहन हमारे जनजीवन को प्रभावित कर सकता है। प्रकृति को प्रदूषण और दूसरे खतरों से बचाने के उद्देश्य से ही पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी। स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और ऊर्जा संरक्षण जैसे उपायों को अपनाकर हम पर्यावरण की रक्षा में बहुत बड़ा योगदान कर सकते हैं।

 

इस अवसर पर व्यवहार न्यायालय, बक्सर में पदस्थापित विधिक सहायता प्रतिरक्षा परामर्श प्रणाली के चीफ विनय कुमार सिन्हा, डिप्टी चीफ कुमार मानवेंद्र, संजय कुमार चौबे एवं सहायक काजल कुमारी, अभिनव वशिष्ट, आकाश कुमार श्रीवास्तव एवं विकास यादव वही पैनल अधिवक्ता दीपिका कुमारी केशरी, अखिलेश्वर दुबे, रामानंद मिश्रा, जितेंद्र कुमार सिन्हा, कंचन कुमारी, चंद्रविजय सिंह, चंद्रकला वर्मा एवं अन्य विधिक सेवक सुंदरम कुमार, प्रेम प्रकाश पाठक, नीतू कुमारी रुकैया, दीपक कुमार, अंजुम कुमार रावत, द्वारा व्यवहार न्यायालय, बक्सर अवस्थित, न्याय वाटिका में पौधरोपण का कार्यक्रम किया।

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