बजाज ऑटो कम्पनी के रीजनल मैनेजर समेत आठ पर मुकदमा
दस करोड़ की राशि हड़पने का कम्पनी के अधिकारीयों पर है आरोप, न्यायलय का फैसला आने तक किसी अन्य को एजेंसी नहीं दिए जाने का अमित सिंह ने राखी मांग
न्यूज़ विज़न। बक्सर
देश की जानीमानी बजाज ऑटो कंपनी के आधा दर्जन से अधिक अधिकारीयों पर बक्सर नगर थाना और व्यवहार न्यायलय में बजाज एजेंसी कैलाश ऑटो के एक पार्टनर अमित कुमार ने मामला दर्ज कराते हुए कहा है कि रीजनल मैनेजर और अन्य अधिकारियों ने उनके परिवार की हिस्सेदारी हड़पने की साजिश रची है।
नगर थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए अमित कुमार ने कहा कि कंपनी के सीइओ सारंग कनाडे एवं अधिकारियों में सिमरवीर सिंह, करण सिन्हा, अमित कुमार यादव अन्य ने मिलकर हमारे साथ धोखाधड़ी कर हमारे एजेंसी का हिस्सेदारी हड़पना चाहते है। उन्होंने बताया की यह विवाद तब शुरू हुआ जब उनके भाई और फर्म के पार्टनर अजीत सिंह का अचानक निधन हो गया। इसके बाद, अजीत सिंह के स्थान पर उनके पिता सत्येंद्र सिंह का नाम फर्म में पार्टनर के तौर पर दर्ज किया गया। इसी दौरान कंपनी के रीजनल मैनेजर सिमरवीर सिंह ने बलिया में स्थित उनकी दूसरी डीलरशिप छोड़ने का दबाव बनाया। रीजनल मैनेजर ने नुकसान की भरपाई का आश्वासन दिया लेकिन, साजिश के तहत बगैर क्षतिपूर्ति किए उन्हें बलिया डीलरशिप से इस्तीफा दिलवा दिया।
कैलाश ऑटो वर्ष 2004 से बक्सर में बजाज ऑटो कंपनी पहचान रहा लेकिन अब इस विवाद ने कंपनी की छवि को गहरा नुकसान पहुंचाया है। शहर में चर्चा है कि बजाज ऑटो जैसी प्रतिष्ठित कंपनी के अधिकारियों द्वारा इस तरह की धोखाधड़ी करना न केवल ग्राहकों के भरोसे को तोड़ रहा है, बल्कि कंपनी की साख पर भी बट्टा लगा रहा है। अमित कुमार ने न्यायालय में 10 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति के लिए वाद दायर किया है और मांग की है कि जब तक मामला सुलझ न जाए, तब तक किसी अन्य को बक्सर में बजाज डीलरशिप न दी जाए. उन्होंने कहा, “अदालत से न्याय मिलने की पूरी उम्मीद है। ” अमित कुमार के मुताबिक, उनकी फर्म “कैलाश बजाज” की स्थापना 2004 में बक्सर में हुई थी। इसमें अमित कुमार और उनके पिता सत्येंद्र सिंह पार्टनर हैं। वहीं, बलिया में स्थित फर्म में उनके पिता के अलावा पूनम सिंह, रेणु सिंह और सुजीत कुमार भी साझेदार हैं।
इस पूरे मामले में बजाज के रीजनल मैनेजर और अन्य अधिकारियों की भूमिका सवालों के घेरे में है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कैलाश ऑटो के संचालकों के साथ हुई इस धोखाधड़ी को नजरअंदाज करना बजाज ऑटो की विश्वसनीयता पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। नगर थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा के अनुसार पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं, अमित कुमार ने कंपनी और अधिकारियों के खिलाफ कानूनी लड़ाई जारी रखने का संकल्प लिया है।