13 जून से रामेश्वर नाथ मंदिर में आरम्भ होगा मार्कंडेय पुराण की कथा




न्यूज़ विज़न। बक्सर
सर्वजन कल्याण सेवा समिति सिद्धाश्रम धाम बक्सर द्वारा आयोजित 17वां धर्म आयोजन और श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के दौरान समिति द्वारा इस बार पहली बार रामेश्वर नाथ मंदिर में मार्कंडेय पुराण कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। जिसका शुभारम्भ 13 जून से आरम्भ होकर आगामी 20 जून तक चलेगा।








इस संबंध में जानकारी देते हुए कृष्णानंद शास्त्री पौराणिक जी ने बताया कि मार्कंडेय पुराण कथा अत्यंत दिव्य है और अन्य पुराणों से इसका महत्व, इसकी विशेषता, इसका प्रभाव और सांसारिक दृष्टिकोण से इसके कल्याणकारी उद्देश्य अलग हैं। जैसा की स्पष्ट रूप से शास्त्रों में बताया गया है श्री मारकंडे मृकण्डु ऋषि के पुत्र थे और उनकी आयु केवल 8 साल की थी। 7 साल व्यतीत हो जाने के कारण जब इनको पता चला कि उनकी आयु केवल शेष एक साल बची हुई है तो यह भगवान शिव की आराधना करने लगे और लोगों से बोले कि मैं भगवान की भक्ति कर सिद्ध कर दूंगा की दुनिया की शक्ति शिव भक्ति में ही छिपी है। इनकी आराधना लगातार चली तथा 8 वर्ष की आयु जब समाप्त हुई तो यमराज के दूत आए और उनकी भक्ति के दिव्य पुंज से भयभीत होकर यमलोक चले गए। यमराज से अपनी बात बताएं की महाराज बालक में तो इतनी तेज शक्ति निकल रही है कि हम लोग उसके सामने टिक नहीं पा रहे हैं । जब यमराज आए तो देखें कि यह तेज पुण्य बालक अपनी दिव्य आभा और प्रकाश से संसार को आलोकित कर रहा है तो तब भगवान शिव से प्रार्थना की प्रभु आपने इनकी उम्र तो 8 साल रखी थी अब 8 साल व्यतीत हो गया तो इनको ले जाने का समय आया तो भगवान शिव ने कहा कि तुम यमराज अपने लोक में चले जाओ। मैं इस बालक को दीर्घायु बना दिया हूं अब यह चिरंजीवी हो गया है अब यह अजर अमर रहेगा। तो पहले सात लोग जीवित थे चिरंजीवी थे अश्वत्थामा, महाराज बली, श्री हनुमान जी ,भगवान वेदव्यास, विभीषण, कृपाचार्य, परशुराम इसके बाद मारकंडे श्री आठवें स्थान में चिरंजीवी के रूप में पहुंचे और उन्हीं के द्वारा यह मार्कंडेय पुराण संसार में प्रकट हुआ है।
इस तरह से इस पुराण को सुनने तथा सुनाने वाले दीर्घायु होते हैं तथा सांसारिक संपदाओं से संपन्न होते हैं और किसी का अल्पायु जन्म नहीं होता है और सब तरह से भौतिक संपदाओं से संपन्न होते हैं। अतः इस महापुराण के कथा का श्रवण करना अत्यंत सौभाग्य का विषय है। सर्वजन कल्याण सेवा समिति अपील करती है कि मानव समाज इस कथा को श्रवण करके धन्य और कल्याणकारी बने । संपूर्ण संसार में अधिकांश लोग रोग ,विपत्ति से दुखी हैं । शांति और शुभ का अभाव है, शारीरिक दृष्टि से लोग अपंग और अस्वस्थ होते जा रहे हैं, विविध प्रकार के रोग, नए-नए रोग से लोग ग्रसित होते जा रहे हैं इस स्थिति में श्री मार्कंडेय पुराण महा कल्याणकारी साबित होगा। आप सभी नगर वासी, जिलावासी, प्रदेशवासी तथा समस्त देशवासी कथा में पधार कर अपने जीवन को धन्य बनाएं।

