साबित खिदमत एवं मानवाधिकार व सामाजिक न्याय द्वारा 20 महिलाओ को किया गया सम्मानित




न्यूज़ विज़न। बक्सर
साबित खिदमत अस्पताल परिसर में मानव अधिकार एवं सामाजिक न्याय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। मौके पर फायर ब्रिगेड की अधिकारी सिखा, चांदनी एवं राजकुमार को बुके, शॉल एवं मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही अस्पताल के निदेशक डॉक्टर दिलशाद आलम ने रौशनी और नजरू सुमिता को भी सम्मान दिया।








इस मौके पर डॉ दिलशाद आलम ने लगभग 20 महिलाओं को अंगवस्त्र से सम्मानित किया। वही सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण के जितने भी कदम उठाए जाएं वह एक नई ऊर्जा देगा, क्योंकि महिला अपने आप में शक्ति का रूप है। आज के आधुनिक युग में महिलाएं पुरुष के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं वहीं दहेज प्रथा जैसे कुंठित प्रथा को मिटाना होगा। प्रतिभा पाटिल से लेकर सानिया मिर्जा तक सभी ने भारत को एक अच्छी पहचान दी है। व्यापार ही नहीं बल्कि खेल के क्षेत्र में सामाजिक क्षेत्र में कुश्ती के क्षेत्र में अन्य कई क्षेत्रों में महिलाएं बहुत आगे हैं। अगर शुरू से बच्चियों को सशक्तिकरण के क्षेत्र में बढ़ाया जाए तो भारत एक उन्नत राष्ट्र बन जाएगा।



साबित खिदमत फाउंडेशन के सचिव साबित रोहतासवी ने कहा की महिलाएं इस देश की जान है सम्मान है पहचान है उन्हें और सशक्तिकरण बनाने की पहल में आप सभी शामिल हो। मौके पर अस्पताल के प्रबंधक सहित सभी सदस्य मौजूद थे मानव अधिकार के नासिर हुसैन सहित रुखसाना बेगम, अनिल उपाध्याय, प्रदीप राय, विजय यादव एवं अन्य शामिल थे। हरेंद्र कुमार सिंह शिक्षक ने बहुत कम समय में महिलाओं की उन्नति की बात कही। वही सिखा कुमार अधिकारी फायर ब्रिगेड ने कहा कि महिलाएं घर से लेकर बाहर तक कार्यरत हैं और भारत को आगे ले जा रही हैं। राजकुमार ने कहा कि महिलाएं देश का भविष्य हैं उन्हें सम्मान आदर देना चाहिए। वही डॉक्टर मुर्शीद ने धन्यवाद ज्ञापन किया। मौके पर सोनम कुमारी, रुकसाना, नासिर ने कार्यक्रम में शामिल हुई। महिलाओं में आशा, सालोंगिता, इंदु, जुलैखा, राधिका, ऊषा, निराशा, आरती, ललिता, मनीष कुमार, रौशन कुमार आदि मौजूद थे।

