भारत बंद के समर्थन में उतरे बीएमपी के लोग, ओबीसी जनगणना और ईवीएम हटाने की उठी मांग




न्यूज़ विज़न। बक्सर
भारत मुक्ति मोर्चा एवं राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रव्यापी भारत बंद के आह्वान पर बक्सर जिले में भी बंद का व्यापक असर देखने को मिला। वामन मेश्राम एवं मानव चौधरी विकास पटेल के मार्गदर्शन में तथा बहुजन मुक्ति पार्टी (बीएमपी) सहित अन्य संगठनों की भागीदारी में आयोजित इस आंदोलन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।







सुबह कार्यकर्ताओं ने किला मैदान से जुलूस निकालते हुए ‘ईवीएम हटाओ, देश बचाओ’, ‘जो ईवीएम का यार है, वही देश का गद्दार है’, और ‘ओबीसी की जाति आधारित जनगणना करो, वरना कुर्सी खाली करो’ जैसे नारे लगाते हुए पूरे जोश के साथ मार्च निकाला। यह जुलूस शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए ज्योति चौक पहुंचा, जहां सभा का आयोजन कर आंदोलन को संबोधित किया गया। सभा में वक्ताओं ने लोकतंत्र की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ईवीएम को चुनाव प्रणाली से हटाने की मांग को दोहराया। इसके साथ ही ओबीसी समाज की जाति आधारित जनगणना को अनिवार्य बताते हुए सरकार को चेतावनी दी गई कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो आंदोलन और तेज होगा।

भारत बंद कार्यक्रम का नेतृत्व भारत मुक्ति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष यादव संतोष नागवंशी ने किया। मंच से वक्ताओं में प्रमुख रूप से इंजीनियर बच्चा मुनीराम, बीएमपी जिला अध्यक्ष शिवनारायण सिंह यादव, सामाजिक कार्यकर्ता गोरखनाथ पासवान, बीएमपी बिहार प्रदेश महासचिव राजू मौर्य, युवा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शिव बदन गुप्ता, अखिलेश कुमार सिंह यादव (राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा) सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने एक स्वर में संविधान और लोकतंत्र को बचाने, ओबीसी वर्ग के अधिकारों की रक्षा करने और पारदर्शी चुनाव प्रणाली को बहाल करने की बात की। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन संविधान के दायरे में रहकर किया जा रहा है, और इसके माध्यम से आमजन की आवाज को सरकार तक पहुंचाना ही उद्देश्य है। जुलूस एवं सभा शांतिपूर्ण रही, और प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। आमजन में आंदोलन को लेकर उत्सुकता और जागरूकता दोनों ही देखने को मिलीं।

