विज्ञान में नवाचार को प्रोत्साहन, बक्सर जिले की स्थिति चिंताजनक




न्यूज़ विज़न। बक्सर
भारत सरकार के राष्ट्रीय नव परिवर्तन प्रतिष्ठान एवं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित इंस्पायर अवार्ड मानक योजना का उद्देश्य विज्ञान के क्षेत्र में विद्यार्थियों के नवाचार एवं नवीन प्रयोगों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाना है। मिसाइल मैन एवं पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने इस योजना की अवधारणा को देश के सामने रखा था, ताकि विद्यार्थियों की प्रतिभा को एक उचित मंच मिल सके।









जिले में शिक्षा विभाग, विज्ञान संकाय तथा जिला प्रशासन के सहयोग से विद्यार्थियों को इस योजना के अंतर्गत नवाचार प्रस्तुत करने का अवसर लगातार उपलब्ध कराया जा रहा है। विगत वर्ष ब्रह्मपुर प्रखंड के एक प्रतिभाशाली विद्यार्थी ने अपने विचार को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाकर जिले का नाम रोशन किया था। यही कारण रहा कि वर्ष 2024 में बक्सर जिला राज्य के सर्वश्रेष्ठ आठ जिलों में अपनी जगह बनाने में सफल हुआ था। किन्तु इस वर्ष स्थिति अपेक्षाकृत कमजोर दिखाई दे रही है। जिला फिलहाल सर्वश्रेष्ठ बीस जिलों में अपना स्थान बनाए हुए है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा) मोहम्मद शारिक अशरफ ने इस दिशा में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं तथा ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से सहयोग के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों और टीम इंस्पायर अवार्ड मानक को सक्रिय किया गया है।






इसके बावजूद, विद्यालयों में पदस्थापित विज्ञान शिक्षक जो पुणे एवं जिला डायट से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं अपने विद्यालयों के विद्यार्थियों के नवाचार विचार भेजने में अपेक्षित रुचि नहीं दिखा रहे हैं। यही कारण है कि कई प्रतिभाशाली विद्यार्थी उचित मंच तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। राज्य साधनसेवी डॉ. मनीष कुमार शशि ने स्पष्ट कहा कि विद्यार्थियों में अपार क्षमता है, केवल विद्यालय के शिक्षक उन्हें ऑनलाइन पंजीकृत कर उनकी प्रतिभा को एक नए मुकाम तक पहुंचा सकते हैं। वहीं संभाग प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि लापरवाह विज्ञान शिक्षकों की पहचान की जाएगी और इस संबंध में रिपोर्ट विभाग तक भेजी जाएगी।
जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग द्वारा लगातार प्रचार-प्रसार एवं प्रेरक प्रयास किए जा रहे हैं, किंतु विद्यालय स्तर पर सक्रियता का अभाव बक्सर की स्थिति को प्रभावित कर रहा है। यदि समय रहते शिक्षक अपनी जिम्मेदारी निभाएं तो बक्सर पुनः राज्य के अग्रणी जिलों में अपनी पहचान बना सकता है।

