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प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष बने प्रदीप पाठक, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए एकजुट हुए निजी विद्यालयों से संचालक 

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की बैठक RTE और ऑनलाइन दिक्क्तों पर चर्चा, सरकार से सहयोग की अपील 

न्यूज़ विज़न।  बक्सर
प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन, पटना (राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद) की जिला इकाई बक्सर की कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को बाल विकास केंद्र, हितन पड़री में आयोजित की गई। बैठक में जिले के लगभग 40 नामचीन प्राइवेट स्कूलों के निदेशक और प्रिंसिपल शामिल हुए।

 

बैठक में नवगठित जिला कार्यकारिणी का परिचय कराया गया। इसमें डॉ. प्रदीप पाठक (जिला अध्यक्ष), भरत प्रसाद (उपाध्यक्ष), सरोज कुमार (सचिव), संजीव कुमार (कोषाध्यक्ष), संयुक्त सचिव के रूप में रवींद्र सिंह, सतीश चंद्र त्रिपाठी और प्रकाश पांडेय का स्वागत किया गया। बैठक के दौरान प्राइवेट स्कूलों के सामने आ रही प्रमुख चुनौतियों पर गंभीर चर्चा हुई। खासकर RTE के तहत नामांकन राशि अब तक स्कूलों को नहीं मिलना, विद्यालयों को ऑनलाइन प्रक्रियाओं में आ रही तकनीकी बाधाएं (UDISE पोर्टल, आपार आईडी, टीसी काउंटर साइन आदि), विद्यालय पंजीकरण और परिवहन संबंधी समस्याएं, संगठन ने तय किया कि इन मुद्दों पर संबंधित अधिकारियों से मिलकर लिखित ज्ञापन सौंपा जाएगा और समाधान तक दबाव बनाए रखा जाएगा।

 

बैठक में जिले के हेरिटेज स्कूल प्रदीप पाठक, मिलेनियम स्कूल भरत प्रसाद, बाल विकास केंद्र सतीश त्रिपाठी, ट्रिनिटी कॉन्वेंट स्कूल धीरज पांडेय, सेंट जेवियर्स स्कूल, रवि रंजन, विवेकानंद मॉडल स्कूल अरविंद ओझा, सूर्यवीर सिंह, संजीव ओझा, सुरेश सिंह, शिव कुमार केसरी, जगदेव सिंह, राम सेवक कुशवाहा, वीरेंद्र दुबे, इमरान अख्तर, रविन्द्र सिंह, डॉ एस के दुबे, सुदीप प्रताप सिंह, प्रकाश कुमार पाण्डेय, सरोज सिंह, कन्हैयालाल रॉय, बसंत सिंहा, धर्मवीर दुबे, अरविंद कुमार सिंह, कमलेश कुमार यादव, अमित कुमार दुबे,आदि उपस्थित रहे। समेत कई प्रमुख विद्यालयों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि निजी विद्यालय न सिर्फ शिक्षा बल्कि समाज की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में उनकी समस्याओं का समाधान सरकार और प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने नई टीम को शुभकामनाएं देते हुए आश्वासन दिया कि संगठन हर स्तर पर जिला इकाई के साथ खड़ा रहेगा। बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि प्राइवेट स्कूल सिर्फ व्यवसाय नहीं, बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व निभाते हैं। कम संसाधनों में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर ये संस्थान बच्चों के भविष्य को संवार रहे हैं। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह सहयोगात्मक रवैया अपनाए और विद्यालयों की समस्याओं का त्वरित समाधान करे।

 

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