पाथवेज वर्ल्ड स्कूल डुमरांव में भाई बहन के प्यार का प्रतीक त्योहार रक्षाबंधन धूमधाम से मनाया गया
एक दूसरे को राखी बांधने एवं राखी बनाने का कार्यक्रम हुआ आयोजित




न्यूज़ विज़न। बक्सर
रक्षाबंधन के पावन अवसर पर पाथवेज वर्ल्ड स्कूल डुमरांव, शाखा बिहार सेंट्रल स्कूल बक्सर में एक भव्य एवं भावनात्मक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन भाई-बहन के पवित्र रिश्ते और सामाजिक कर्तव्यों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का प्रतीक बना।कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की शिक्षिका प्रिया केसरी द्वारा गणेश वंदना एवं गणेश भगवान को राखी बांधने की रस्म से की गई। इसके बाद छात्राओं ने स्वयं अपने हाथों से राखियां तैयार की और विद्यालय के छात्र भाइयों को राखी बांधकर, तिलक लगाकर और मिठाई खिलाकर रक्षाबंधन की परंपरा को जीवंत किया। छात्रों ने भी अपनी बहन जैसी सहपाठी छात्राओं को चॉकलेट, उपहार व स्नेह प्रदान कर इस रिश्ते के प्रति सम्मान और प्रेम प्रकट किया।








कार्यक्रम के दौरान रक्षाबंधन पर आधारित गीतों की मधुर प्रस्तुति दी गई, जिसने माहौल को भावनात्मक और सांस्कृतिक रंगों से भर दिया। छात्र-छात्राओं द्वारा गोष्ठी के माध्यम से इस पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला गया, जिसमें भाई-बहन के रिश्ते में विश्वास, प्रेम और सामाजिक जिम्मेदारी की भूमिका पर विचार साझा किए गए। कार्यक्रम की एक विशेष बात यह रही कि बच्चों ने अपने हाथों से बनाए गए उपहार भी एक-दूसरे को भेंट किए, जिससे उनके रचनात्मकता और भावनात्मक जुड़ाव की झलक देखने को मिली। इससे बच्चों के बीच आत्मनिर्भरता और सृजनात्मकता को भी बल मिला।




कार्यक्रम का समापन प्रीति केसरी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं आभार प्रदर्शन के साथ किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक आर. राघवन ने रक्षाबंधन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रक्षाबंधन केवल एक पारंपरिक त्यौहार नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा अवसर है जो भाई-बहन के रिश्ते को भावनात्मक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से जोड़ता है। बहनें जब भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं, तो यह प्रेम, विश्वास और रक्षा की भावना का प्रतीक होता है। भाई अपनी बहनों को उपहार देकर जीवन भर उनकी रक्षा का वचन देते हैं।
कार्यक्रम में विद्यालय परिवार, शिक्षक-शिक्षिकाएँ एवं सभी छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और पूरे उत्साह के साथ भाई-बहन के प्रेम को समर्पित इस पावन पर्व को मनाया। विद्यालय परिसर भाईचारे, प्रेम और समर्पण की भावना से सराबोर हो उठा।

