नप उप मुख्य पार्षद इशरत बानो ने त्यागपत्र देने का किया घोषणा
नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में नाकाम होकर अपने को उस करप्शन वाले सिस्टम से अलग करने का किया फैसला




न्यूज़ विज़न। बक्सर
नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में नाकाम अपने को उस करप्शन वाले सिस्टम से अलग करने को लेकर त्यागपत्र देने की घोषणा करते हुए मंगलवार नगर परिषद की उप मुख्य पार्षद इशरत बानो और उनके प्रतिनिधि रामजी सिंह ने अपने कार्यालय कक्ष में प्रेसवार्ता कर औपचारिक घोषणा की।









उप मुख्य पार्षद इशरत बानो ने कहा कि नप में व्याप्त भ्रष्टाचार से क्षुब्ध होकर इस्तीफा दे रही हूं। इसको लेकर सूबे के सीएम नीतीश कुमार को भी पत्र प्रेषित करुँगी। उन्होंने कहा कि नगर निकाय सच में एक कीचड़ है जिसकी निर्वाचित उपाध्यक्ष हूं। मै एक शिक्षित महिला होने के नाते वर्ष 2022 में नगर परिषद के उपाध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा। और नप में व्याप्त भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता ने मुझे वोट दिया था कि मैं शायद इस भ्रष्टाचार को रोक पाऊं। और भ्रष्टाचार के खिलाफ हर प्रकार की लड़ाई लड़ने के बाद भी पता चला कि नगर परिषद सच में एक कीचड़ है। नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कायदे से लड़ाई लड़ी। लेकिन, अब तक जो अपनी आंखों उससे उम्मीद टूट गई।




उन्होंने कहा कि नगर परिषद में सरकारी खजाने की मची है लूट नगर परिषद के अधिकारी, कर्मचारी, चेयरमैन और उनके दलालों का गिरोह सरकारी खजाने को दम भर लूट रहा है। अपने सहयोगियों के साथ पिछले डेढ़ वर्ष के दौरान मुख्य सचिव और विभागीय प्रधान सचिव से लेकर न जाने किन-किन अधिकारियों और यहां तक कि सीएम को भी आवेदन की प्रतिलिपि भेज चुकी हूं। साक्ष्य उपलब्ध कराए पर जांच के नाम पर हर बार उसे दबाया गया। पांच माह बाद भी मामला अधर में लटका हुआ है और किसी कार्रवाई की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। लगभग इसी तरह हर किसी ने सच उजागर नहीं होने दिया। करोड़ों रुपये से बनने वाली सड़क तीन माह में टूट जाती है। पांच सौ का काम पांच हजार में होता है। कमीशनखोरी चरम पर है। जनता ने जो मुझसे उम्मीद लगाई थी, उसे पूरा नहीं कर पाई। ऐसे में मुझे खुद पर शर्म आ रही है। लिहाजा में अपने पद से इस्तीफा दे रही हूं। गुरुवार को नप कार्यालय में उप मुख्य पार्षद के पद से इस्तीफा दूंगी।

