राष्ट्रीय उच्च पथ 319A परियोजना में तेजी लाने के लिए जासो में कैम्प आयोजित, डीएम ने किया स्थलीय निरीक्षण




न्यूज़ विज़न। बक्सर
राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 319A बक्सर-चौसा-रामगढ़-मोहनिया परियोजना के कार्यों में तेजी लाने और प्रभावित रैयतों को समय पर मुआवजा भुगतान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से रविवार को मौजा जासो में विशेष कैम्प का आयोजन किया गया। इस कैम्प में कुल 25 हितबद्ध रैयत उपस्थित हुए और अपनी समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराया। कैम्प में अंचल के हल्का कर्मचारी, भू-अर्जन कार्यालय के कर्मी एवं पदाधिकारी मौजूद रहे। मौके पर ही रैयतों की समस्याओं का समाधान किया गया और उन्हें आवश्यक दस्तावेज तैयार करने संबंधी दिशा-निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने रैयतों को बताया कि मुआवजा भुगतान के लिए एलपीसी (भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र), वंशावली, लगान रसीद एवं अन्य वैध कागजात तैयार रखना अनिवार्य है। इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर भुगतान की प्रक्रिया को जल्द पूरा किया जाएगा।






इसी क्रम में जिला पदाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह ने रविवार को स्वयं इस परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सड़क निर्माण की प्रगति की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि यह परियोजना जिले के विकास के लिहाज से महत्वपूर्ण है और इसे समय पर पूरा करने के लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, बक्सर एवं कार्यपालक अभियंता, राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, औरंगाबाद को निर्देश दिया कि रैयतों को समय पर भुगतान की प्रक्रिया में कोई ढिलाई न हो। इसके साथ ही निर्माण एजेंसी से समन्वय बनाकर सड़क निर्माण की गति भी बढ़ाई जाए ताकि निर्धारित समयसीमा के भीतर यह परियोजना पूरी हो सके।

डीएम ने मौके पर मौजूद अधिकारियों से रैयतों की समस्याओं के निवारण की जानकारी भी ली और संतोष व्यक्त किया कि कैम्प के माध्यम से उनकी कई शिकायतों का निराकरण मौके पर ही हो गया। उन्होंने निर्देश दिया कि ऐसे कैम्प अन्य प्रभावित मौजों में भी नियमित रूप से लगाए जाएं ताकि किसी को अनावश्यक रूप से कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें। गौरतलब है कि बक्सर से मोहनिया तक बनने वाली इस सड़क के बन जाने से न केवल जिले के लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्कि आसपास के क्षेत्रों के आर्थिक विकास में भी गति आएगी।

