“मिशन कर्मयोगी” के तहत लर्निंग वीक का शुभारंभ
मुख्य सचिव ने सभी विभागों एवं जिलों को iGOT प्रशिक्षण में भागीदारी बढ़ाने का दिया निर्देश




न्यूज़ विज़न। बक्सर
शुक्रवार को मुख्य सचिव बिहार अमृत लाल मीणा ने मुख्य सचिवालय स्थित सभा कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मिशन कर्मयोगी – बिहार लर्निंग सप्ताह का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्य के सभी विभागाध्यक्ष और सभी जिलों के जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े।






बक्सर जिला अंतर्गत जिला पदाधिकारी डॉ. विद्या नन्द सिंह ने समाहरणालय के सभा कक्ष से इस कार्यक्रम में भाग लिया। उनके साथ जिले के अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं कर्मी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। यह विशेष अभियान 11 जुलाई से 17 जुलाई तक पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा। मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया कि वे अपने अधीनस्थ सभी पदाधिकारियों और कर्मियों को बिहार लर्निंग सप्ताह के दौरान अधिक से अधिक iGOT कर्मयोगी पोर्टल पर प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि मिशन कर्मयोगी के तहत डिजिटल प्लेटफॉर्म का भरपूर उपयोग कर सरकारी कर्मचारियों की क्षमता का विकास करना राज्य प्रशासन की प्राथमिकता है।

क्या है मिशन कर्मयोगी?
भारत सरकार की इस महत्वाकांक्षी पहल को iGOT कर्मयोगी (Integrated Government Online Training) के नाम से भी जाना जाता है। इसका उद्देश्य सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक मजबूत डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म प्रदान करना है। यह मिशन प्रशासनिक व्यवस्था में सुधार लाने, कर्मियों को आधुनिक तकनीकी ज्ञान से लैस करने, नेतृत्व क्षमता विकसित करने और सरकारी नीतियों के प्रति उनकी जागरूकता बढ़ाने के लिए शुरू किया गया है। मुख्य सचिव ने कहा कि बदलते समय और तकनीकी बदलावों के साथ सरकारी कर्मियों का प्रशिक्षण अत्यंत आवश्यक हो गया है। मिशन कर्मयोगी के माध्यम से प्रत्येक कर्मचारी अपनी जरूरत और विभाग की मांग के अनुसार कस्टमाइज्ड ट्रेनिंग मॉड्यूल्स का लाभ उठा सकता है।
जिले में भी तैयारी पूरी
बक्सर जिला पदाधिकारी डॉ. विद्या नन्द सिंह ने बताया कि जिले के सभी विभागों को निर्देशित किया जा चुका है कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी इस सप्ताह के दौरान iGOT प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण कर अपना प्रशिक्षण पूरा करें। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक दक्षता और सेवा गुणवत्ता में सुधार के लिए इस तरह के प्रशिक्षण अनिवार्य हैं। प्रदेशभर में इस सप्ताह के दौरान सरकारी कार्यालयों में कर्मियों को प्रशिक्षण मॉड्यूल से जोड़ने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य सचिव ने आशा व्यक्त की कि बिहार प्रशासन के सभी स्तर के अधिकारी मिशन कर्मयोगी का लाभ लेकर एक बेहतर प्रशासनिक तंत्र स्थापित करने में सफल होंगे।

