दहेज के लिए विवाहिता को मासूम पुत्री सहित मारपीट कर घर से निकाला, एफआईआर दर्ज




न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले में एक बार फिर दहेज प्रथा की कड़वी सच्चाई सामने आई है। कोरान सराय थाना क्षेत्र की एक विवाहिता ने अपने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए महिला थाना में एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि ससुराल वालों ने दहेज की मांग को लेकर न केवल उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया, बल्कि मासूम पुत्री सहित मारपीट कर घर से बाहर भी निकाल दिया।







शादी के बाद से ही शुरू हो गया था प्रताड़ना का सिलसिला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कोरान सराय थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती की शादी 28 अप्रैल 2021 को नावानगर थाना क्षेत्र के उसरा गांव निवासी हरदेव प्रसाद के पुत्र विकास कुमार के साथ हिन्दू रीति-रिवाज से संपन्न हुई थी। विवाहिता ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया कि शादी के समय उसके पिता ने करीब 12 लाख रुपए मूल्य का सामान एवं नकद राशि दानस्वरूप दिए थे। इसके बावजूद ससुराल पक्ष के लोग संतुष्ट नहीं थे और शादी के कुछ ही समय बाद से दहेज में तीन लाख रुपए की अतिरिक्त मांग की जाने लगी।

पुत्री जन्म के बाद बढ़ी प्रताड़ना
विवाहिता के अनुसार, 29 जनवरी 2022 को जब उसने एक पुत्री को जन्म दिया, तो ससुरालवालों की प्रताड़ना और भी अधिक बढ़ गई। उन्होंने उसे घर में बंद कर दिया और कई बार तीन-तीन दिन तक भोजन भी नहीं दिया गया। मानसिक और शारीरिक शोषण का सिलसिला लगातार चलता रहा।
112 पर कॉल कर मांगी थी मदद, पर नहीं हुई ठोस कार्रवाई
पीड़िता ने बताया कि 13 जून को ससुरालवालों ने उसके साथ मारपीट की थी, जिसके बाद उसने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस से मदद मांगी थी। पुलिस मौके पर पहुंची जरूर थी, पर आरोपियों को केवल डांट-फटकार लगाकर छोड़ दिया गया, जिससे उनका मनोबल और बढ़ गया।
16 जून को मारपीट कर मासूम बच्ची समेत घर से निकाला
पीड़िता ने एफआईआर में बताया कि इसके बाद 16 जून को एक बार फिर ससुरालवालों ने उसके साथ जमकर मारपीट की और उसकी छोटी सी बच्ची को लेकर उसे घर से बाहर निकाल दिया। किसी तरह वह अपने मायके पहुंची, जहां उसकी स्थिति को देख परिजनों ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के बाद उसने महिला थाना में न्याय की गुहार लगाई।
पुलिस जांच में जुटी, कार्रवाई का आश्वासन
इस पूरे मामले में महिला थानाध्यक्ष कनिष्का तिवारी ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
समाज के लिए चिंता का विषय
यह घटना दहेज प्रथा की भयावहता को उजागर करती है। एक ओर जहां सरकारें और समाज महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और सशक्तिकरण की बातें करते हैं, वहीं दूसरी ओर आज भी दहेज के लिए विवाहिता और उनकी मासूम संतानों को प्रताड़ित किया जा रहा है। ऐसे मामलों में त्वरित और कठोर कार्रवाई ही समाज में संदेश दे सकती है कि महिला अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

