स्थायीकरण व सेवा शर्तों की मांग पर अड़े कार्यपालक सहायक, काली पट्टी बांधकर दूसरे दिन भी जताया विरोध
मांगे पूरी नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन का कार्यपालक सहायकों ने किया ऐलान




न्यूज़ विज़न। बक्सर
जिले के कार्यपालक सहायकों का आंदोलन गुरुवार को भी दूसरे दिन जारी रहा। अपनी मांगों को लेकर सभी कार्यपालक सहायकों ने काली पट्टी हाथ पर बांधकर कार्यालय में कार्य किया और सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया।









इस अवसर पर कार्यपालक सहायक संघ के जिला उपाध्यक्ष धनलाल पासवान ने कहा कि वर्षों से अनदेखी और बार-बार दिए जा रहे आश्वासनों के बावजूद सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है। ऐसे में कार्यपालक सहायकों के पास आंदोलन का रास्ता चुनने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है।






उन्होंने बताया कि कार्यपालक सहायक लंबे समय से स्थायीकरण, सेवा शर्तों के निर्धारण, वेतन विसंगतियों के समाधान और अन्य सामाजिक एवं मूलभूत मांगों को लेकर संघर्षरत हैं। लेकिन अब तक सरकार की ओर से सिर्फ बैठकें और बातचीत हुई है, जिनका कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया है।

जिला मीडिया प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि संघ द्वारा आंदोलन को चरणबद्ध तरीके से चलाया जाएगा। इसके तहत पहले चरण में सभी कार्यपालक सहायक काला बिल्ला लगाकर कार्य करेंगे, दूसरे चरण में मशाल जुलूस निकाला जाएगा और अंतिम चरण में जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने समय रहते मांगों पर पहल नहीं की तो आंदोलन को और भी व्यापक किया जाएगा।

काली पट्टी बांध अपनी मांगो के समर्थन में विरोध जताते इटाढ़ी प्रखंड के कार्यपालक सहायक
आंदोलन में जिले के सभी कार्यपालक सहायकों ने एकजुटता दिखाई। इनमें नयन कुमार, सतेन्द्र कुमार यादव, कमलेश कुमार, विकास कुमार, ऋषिकेश ओझा, राजेश कुमार, रवि कुमार, आरती कुमारी, स्नेहलता, मनोज कुमार पाण्डेय, ओम जी, प्रेमलता कुमारी, बजरंगी जी, धनजी यादव, दिनेश यादव, अरुण कुमार, नवनीत कुमार, लालबचन, जीत कुमारी समेत अन्य सभी कार्यपालक सहायक शामिल रहे। सभी ने हाथों पर काली पट्टी बांधकर अपनी मांगों के समर्थन में विरोध दर्ज कराया।

कार्यपालक सहायकों का कहना है कि जब तक उनकी स्थायीकरण और सेवा शर्तों से जुड़ी प्रमुख मांगों पर सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।


