पति की सुरक्षा के लिए लकी सिंह पहुंचीं सुप्रीम कोर्ट, शेरू सिंह को बिहार लाकर फर्जी एनकाउंटर की जताई आशंका




न्यूज़ विज़न। बक्सर
बक्सर जिले के सिमरी थाना क्षेत्र के दुल्लहपुर गांव निवासी लकी सिंह ने अपने पति ओंकारनाथ सिंह उर्फ शेरू सिंह की सुरक्षा को लेकर देश की सर्वोच्च अदालत का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने आशंका जताई है कि बिहार लाकर उनके पति की हिरासत में हत्या कर फर्जी एनकाउंटर के रूप में पेश किया जा सकता है। इस संबंध में लकी सिंह ने माननीय सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम एक पत्र भेजकर अपने पति की जान की सुरक्षा सुनिश्चित कराने की अपील की है।






गौरतलब है कि सजायाफ्ता कैदी ओंकारनाथ सिंह उर्फ शेरू सिंह फिलहाल पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला कारा में बंद हैं और वर्ष 2012 से ही न्यायिक हिरासत में हैं। सोशल मीडिया पर लकी सिंह द्वारा मुख्य न्यायाधीश को भेजा गया यह पत्र तेजी से वायरल हो रहा है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वायरल पत्र में लकी सिंह ने लिखा है कि बिहार पुलिस के एडीजी कुंदन कृष्णन उनके पति को जबरन बिहार लाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि हिरासत में उनकी हत्या कर दी जाए और इसे फर्जी मुठभेड़ का रूप दे दिया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि इससे पहले भी उनके पति को आरा के चर्चित तनिष्क ज्वेलरी लूटकांड में बिना ठोस साक्ष्य के बिहार रिमांड पर लाया गया था, जहां एनकाउंटर की साजिश रची गई थी। लेकिन समय रहते संबंधित अधिकारियों को आवेदन देकर उन्होंने अपने पति की जान बचा ली थी।

चंदन मिश्रा हत्याकांड में नाम घसीटे जाने का आरोप
लकी सिंह ने पत्र में कहा है कि अब उनके पति का नाम पटना के चर्चित पारस अस्पताल में हुए गैंगस्टर चंदन मिश्रा हत्याकांड में घसीटा जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके पति का इस हत्याकांड से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने बताया कि चंदन मिश्रा कभी उनके पति का मित्र हुआ करता था, लेकिन बाद में वह एक कुख्यात अपराधी बन गया और उसके कई दुश्मन हो गए थे। लकी सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि अगर किसी मामले में उनके पति से पूछताछ करनी हो या कोई अन्य कानूनी प्रक्रिया पूरी करनी हो तो वह पुरुलिया जेल में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बिहार की किसी भी जेल में उनके पति की जान को गंभीर खतरा है। उन्होंने पत्र में यह भी लिखा कि उनके पति ही उनके परिवार का एकमात्र सहारा हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है। लकी सिंह ने उम्मीद जताई है कि सुप्रीम कोर्ट से उन्हें न्याय मिलेगा।
आधिकारिक पुष्टि का इंतजार
हालांकि, लकी सिंह द्वारा लिखा गया यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, लेकिन इसकी अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। मामले को लेकर बिहार पुलिस या संबंधित अधिकारियों की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब देखना यह होगा कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर क्या रुख अपनाता है और लकी सिंह की अपील पर क्या फैसला सुनाया जाता है।

