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पांच माह बाद युवा नेता तुषार विजेता की राजद में हुई वापसी 

राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने दिलायी  सदस्यता

न्यूज़ विज़न।  बक्सर 

पार्टी से निष्कासित होने के लगभग 5 माह बाद राजद के प्रति समर्पित कार्यकर्ता युवा नेता तुषार विजेता को मंगलवार को पटना में राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह द्वारा सदस्यता दिलाया गया।

 

बुधवार को बातचीत के दौरान तुषार ने कहा की मैं अपनी स्वाभिमानी स्वभाव के वजह से राजनीति की पगडंडियों से कुछ अलग हटकर समाजवाद की मजबूती हेतु प्रखर रूप से अपनी वक्तव्य को रख रहा था तब कुछ बड़े राजनीतिज्ञ को जो मेरे गार्जियन तुल्य हैं उनको मेरी गतिविधि अनुशासनहीनता की लगी और मुझे 16 मार्च 2024 को पद से मुक्त कर दिया गया। मैं उस दिन स्तब्ध था बेचैन था और अंदर ही अंदर टूटा हुआ महसूस कर रहा था, लेकिन मैं समाजवादी विचारधारा के साथ कोई मजाक नहीं किया कोई गद्दारी नहीं किया बल्कि और मजबूती के साथ स्वतंत्र होकर आगे बढ़ रहा था। तब पार्टी के बड़े नेताओं और मेरे गार्जियन ने मुझे बुलाकर 7 अप्रैल 2024 को पुनः प्रदेश महासचिव बना दिए। और उस वक्त देश में सांप्रदायिक शक्तियों से टकराने के लिए और समाजवाद की बुलंदी को और बुलंद करने के लिए मैंने बक्सर लोकसभा के क्षेत्र में दिन रात कड़ी परिश्रम किया।

 

तुषार ने कहा कि समाजवादी सांसद सुधाकर सिंह की जीत सुनिश्चित हो चुकी थी और इधर 3 जून 24 को मेरे ऊपर पार्टी गतिविधि के विपरीत कार्य करने का दोषारोपण करते हुए पार्टी से प्राथमिक  सदस्यता और 6 वर्षों के लिए निकाल दिया गया था। फिर भी मैंने तन मान्यता के साथ समाजवादी नेता सुधाकर सिंह को जीताने के लिए मैं ईवीएम की रखवाली कर रहा था उसी संदर्भ में 4 जून 2024 अर्द्धरात्रि को जेल में भी मुझे डाल दिया गया। उस रात प्रदेश के किसी भी समाजवादी नेता ने मेरी सूझबूझ तक नहीं लिया और मैं अकेला अपने पिता के बल पर संघर्ष करता रहा, मेरे घर में मेरे बुजुर्ग शिक्षक पिता ने अपनी आंखों में आंसू छुपाए हमसे वादा कर रहे थे तुषार तुम संघर्ष से डरना मत तुम विजेता हो तुमको अवश्य एक दिन न्याय मिलेगी।

 

उस संघर्ष के कड़ी में कुछ मित्रों और बड़े भाइयों ने भी मेरा हौसला अफजाई किया। मैं 2012 से छात्र राजद के लिए दीवारों पर लिखने वाला बक्सर का इकलौता लड़का हूं , इसके लिए सोशल प्लेटफॉर्म पर हजारों बार विरोध के रूप में गलियां सूनी, धमकियां मिली और तानाशाही सरकार की  पुलिस की सैकड़ों लाठियों ने मेरे शरीर के अंग अंग को पीड़ा यातना और दर्द दिया। लेकिन मर्द को दर्द कहां यह कहानी को दिल मे लिए हुए मैं तुषार विजेता समाजवादी पथ पर आगे बढ़ता रहा, आखिर न्याय की पहिया ने मेरे साथ न्याय न्याय करते हुए मेरे अंधेरे राजनीति में चार चांद लगा दिया।

मेरी गंभीर उम्दा संघर्ष को देखते हुए लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी, हमारे नेता तेज प्रताप यादव और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मेरे ऊपर विचार विमर्श करने के बाद  पुनः राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने मुझे सदस्यता दिलाए।

 

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