जायसवाल सभा द्वारा आयोजित होली मिलन में प्रेम, भाईचारा, मित्रता और एकता का दिया संदेश
हर वर्ष होली के पश्चात आयोजित किया जाता है कार्यक्रम




न्यूज़ विज़न। बक्सर
मंगलवार को नगर के पी.पी. रोड स्थित एक सभागार में जायसवाल (सर्व०) सभा के अध्यक्ष प्रदीप कुमार जायसवाल की अध्यक्षता में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। अध्यक्ष द्वारा उपस्थित लोगों का अभिवादन करते हुए कहा कि होली मिलन में समाज के कल्याण और सहयोग के लिए आपसी परस्पर दुःख सुख की भागी, कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई। समाज के लोगों में परस्पर प्रेम, भाईचारा, मित्रता और एकता का संदेश दिया और कहा होली पर्व, सामाजिक बंधनों को मजबूत करने का एक बहुत बड़ा पर्व है। होली रंगों से भरा जीवन सुखमय और सुन्दर है।सभी का जीवन होली के त्यौहार की तरह जीवंत और खुशनुमा हो।







मंच का संचालन सभा के महासचिव संजय चौधरी ने किया और कहा होली मिलन का परम्परागत प्रत्येक वर्ष होली के पश्चात मनायी जाति रही है। हम सभी आपसी भेदभाव भुलाकर आपसी भाईचारा, आपसी प्रेम सौहार्द का पर्व होली है। प्रेम, बसंत, हंसी खुशी और रंगों का त्योहार होली है। होली मिलन का महत्व हमारे जीवन में खुशियों और मिठास को जोड़कर एक खास स्थान रखता है। सभा के संरक्षक लक्ष्मण प्रसाद जायसवाल ने होली मिलन पर कहा कि होली हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार के साथ साथ खुशियों का भी त्योहार है। जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। अनेकता में एकता, आपसी सभी भेदभाव भुलाकर भाईचारा निभाते एक दूसरे के दुःख में शरीक हो। एक गाना को दोहराते हुए कहा कि ” होली के दिन दिल खिल जाते हैं, दुश्मन भी गले मिल जाते हैं” ।

होली मिलन में बड़े बुजुर्गों को सम्मान देना और छोटे को स्नेह देना, हमें एक दुसरे के प्रति प्रेम और सम्मान का भाव रखने का प्रेरणा देता है। होली का पर्व सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है।जो हमारे समाज को और भी मजबूत और खुशहाल बनाता है। अन्त में जायसवाल समाज के लोग अपने कुल देवता भगवान श्री सहस्त्रार्जुन के तैल्य चित्र पर अबीर गुलाल पुष्प चढ़ाकर पूजा अर्चना किया। तत्पश्चात सभी लोग होली मिलन पर एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाया और पुष्पों से होली खेला। होली गीत पर सभी लोग नाचने झूमने लगे। होली मिलन पर एक दूसरे पर पुष्पों की होली धूमधाम से मनाया। हम लोग रंगभरी होकर खुशियों से एक दूसरे को गले लगाया। समारोह में अरूण जायसवाल, डॉ अश्विनी कुमार, गुलाब चन्द, गिरीश, राजन कुमार, रविन्द्र,अशोक कुमार, वेदप्रकाश, महेश प्रसाद, बिल्टू, संजय(पप्पू) चौधरी, राम बाबू, बिजया, अनिल, अमित, कृष्णा, लकी, लक्खी, शिव जी, संजय, सुनील, अंजनी, मोनू, सुरेश, नीलेश, संदीप, यश, गोलू एवं अन्य जायसवाल सभा के लोग मौजूद रहे।

