हेरिटेज स्कूल में आयोजित तीन दिवसीय “दिलीप पाठक मेमोरियल स्पोर्ट्स मीट“ का हुआ समापन
बच्चों को जीवन में सफल होने के लिए नियमित एवं नियत लक्ष्य के साथ निरंतर प्रयास करना चाहिए : प्रदीप पाठक


न्यूज़ विज़न। बक्सर
हेरिटेज स्कूल अर्जुनपुर के प्रांगण में चल रहे तीन दिवसीय “दिलीप पाठक मेमोरियल स्पोर्ट्स मीट“ का तीसरे दिन बृहस्पतिवार को समापन समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारम्भ विद्यालय के प्रेसिडेंट प्रेम कुमार पाठक, निदेशक डॉक्टर प्रदीप कुमार पाठक, प्राचार्या सुषमा कुमारी एवं वरिष्ठ शिक्षक डॉक्टर श्रीनिवास चतुर्वेदी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित करते हुए किया गया। विद्यालय के प्रेसिडेंट प्रेम कुमार पाठक एवं निदेशक डॉक्टर प्रदीप कुमार पाठक ने सभी सम्मानित अतिथियों को अंग वस्त्र एवं मोमेंटो प्रदान करते हुए सम्मानित किया। सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति में तीसरे और अंतिम दिन के खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया।
इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता में द्वितीय दिन के सभी जीते हुए प्रतिभागियों एवं कुछ तीसरे दिन के प्रतिभागियों को सम्मानित अतिथियों के द्वारा मेडल एवं सर्टिफिकेट द्वारा पुरस्कृत करते हुए उत्साहवर्धन किया गया। आज इस खेल कूद प्रतियोगिता के तीसरे दिन कक्षा छठवीं से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर विभिन्न हाउसों के छात्र-छात्राओं ने भिन्नात्मक टीम गेमों में हिस्सा लिया जैसे बैडमिंटन, क्रिकेट, फुटबॉल, वाली वाल, कबड्डी बॉयज जैवलिन थ्रो, शॉट पुट, इत्यादि। इस प्रतियोगिता को सफलता के साथ संपादित कराने में विद्यालय के सभी शिक्षकों के अलावा विशेष रूप से फिजिकल टीचर जय कुमार सिंह का था। उनके खेल सहयोगी के रूप में तकनीकी पदाधिकारी शीतल कुमारी, सानिया एवं नमो मिश्रा का अमूल्य योगदान रहा। विद्यालय प्रबंधन के द्वारा इन सभी खेल जगत के वरिष्ठ एवं राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को अंग वस्त्र एवं मोमेंटो प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया।
समापन समारोह में अतिथियों में विशेष रूप से सदर एस.डी.एम अविनाश कुमार, महिला थाना की थानाध्यक्ष प्रतिभा कुमारी, अवर निरीक्षका कंचन कुमारी ने उपस्थित होकर बच्चों को सम्मानित करते हुए स्वसुरक्षा सामाजिक सुरक्षा, सद आचरण और पर्यावरण संरक्षण के पाठ पढ़ाए। इसके अलावे शिक्षा जगत के तमाम अति सम्मानित अतिथियों में सिल्वर बेल्स स्कूल के निदेशक प्रदीप ओझा, जगदीश तिवारी, बक्सर पब्लिक स्कूल के निदेशक निर्मल कुमार सिंह, बाल विकास केंद्र के निदेशक सतीश चंद्र त्रिपाठी, बिहार सेंट्रल स्कूल के निदेशक सरोज सिंह, मिलेनियम पब्लिक स्कूल के निदेशक भरत प्रसाद, वरिष्ठ शिक्षक डॉक्टर श्रीनिवास चतुर्वेदी, डॉक्टर शशांक शेखर, डॉक्टर तनवीर फरीदी, राजू ठाकुर, अरुण कुमार सिंह, श्याम नारायण मिश्रा, दीपक अग्निहोत्री, नरेंद्र कुमार पाण्डेय, कीर्ति शेखर इत्यादि लोगों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराते हुए विद्यालय के बच्चों को पदक एवं प्रमाण पत्र प्रदान किया एवं बच्चों को प्रोत्साहित किया। विद्यालय के प्रेसिडेंट प्रेम कुमार पाठक एवं निदेशक डॉक्टर प्रदीप कुमार पाठक ने संयुक्त रूप से सभी अतिथियों को अंग वस्त्र, तुलसी का पौधा एवं स्मृति चिह्न प्रदान करते हुए सम्मानित किया।

प्रेसिडेंट ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए जीवन में नित्य नई सफलता के लिए प्रयास करने हेतु प्रेरित किया। समाज में खेल विधा के प्रति लोगों को जागरूक होने की बात बताई। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को खेल में हार जीत की भावनाओं से ऊपर उठकर खेल एवं स्वास्थ्य शिक्षा के प्रति उत्प्रेरित होने की दिशा में आगे बढ़ने की बात कही। उन्होंने अपने संबोधन में सभी को शुभकामनाओं के साथ स्वस्थ समाज के निर्माण की बात कही। शारीरिक शिक्षा का मानवीय जीवन के आज के परिवेश में प्रतिष्ठा के साथ जीविका के संभावनाओं को भी दर्शाया। विद्यालय का वार्षिक खेलकूद समारोह का तीसरा और अंतिम दिन बहुत ही आनंददायक एवं शानदार रहा। बच्चों ने असीम ऊर्जा एवं उत्साह के साथ खेलों में अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए सम्मानित होते हुए खुशियों से झूम पड़े। विद्यार्थियों के साथ साथ शिक्षकों ने सही निर्देशन एवं अनुशासित प्रबंधन, द्वारा बच्चों के उत्साह को बढ़ाते हुए अंतिम दिन के खेल प्रतियोगिता को संपादित कराया। बच्चों ने भी अपने अनवरत अभ्यास सही खेल योजना और खेल अनुशासन का पालन करते हुए इस समारोह को सफल बनाते हुए अपनी अगली चुनौतियों के सामना करने हेतु शपथ ली।

विद्यालय के निदेशक डॉक्टर प्रदीप कुमार पाठक ने विद्यार्थियों को इस अवसर पर संबोधित करते हुए उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी। बच्चों को जीवन में सफल होने के लिए नियमित एवं नियत लक्ष्य के साथ निरंतर प्रयास करने के लिए अपील किया। उन्होंने ने बताया कि सतत प्रयास कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी सफलता को स्थापित कर देता है। साहस के साथ चुनौतियों का मुकाबला विपरीत परिस्थिति में भी जीत दिलाता है। अतः हार जीत से परे रहकर अपने लक्ष्य का निर्धारण करते हुए किसी भी प्रतियोगिता के लिए प्रयास करके निश्चित तौर पर आप एक समृद्ध एवं शानदार व्यक्तित्व के स्वामी हो सकते हैं। आप सभी आने वाले समय के समृद्ध समाज के नेतृत्वकर्ता है। खेल सिर्फ आत्म विश्वास को ही नहीं बढ़ाता अपितु कार्य कुशलता में प्रवीणता भी स्थापित करता है।

विद्यालय की प्राचार्या डॉक्टर सुषमा ने अपने संबोधन में बच्चों को खेल भावना का सम्मान करते हुए सभी प्रकार के खेलों को समाज में उचित स्थान प्रदान करने की बात कही। ध्यानपूर्वक खेलने वाले खिलाड़ी अक्सर जीत का स्वाद चखते हैं। खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन बच्चों के जीवन में हर चुनौतियों का सामना करने एवं सही निर्णय करने के लिए आत्मविश्वास को मजबूत करता है। खेल शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूप से मजबूत बनाता है। शिक्षा के साथ साथ खेल भावना का विकास बहुत आवश्यक है जिससे राष्ट्र को अंतरराष्ट्रीय पहचान के साथ मजबूत बनाया जा सकता है। अंततः निदेशक डॉक्टर प्रदीप पाठक एवं प्रेसिडेंट ने सभी प्रतिभागियों एवं शिक्षकों को शुभकामना देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।





