हरेंद्र सिंह हत्याकांड में जिला पार्षद प्रतिनिधि रिंकू यादव समेत चार को आजीवन कारावास
पैसे के लेन-देन से बढ़ा विवाद, बनी हत्या की वजह


न्यूज़ विज़न। बक्सर
बक्सर में वर्ष 2016 में हुए बहुचर्चित हत्याकांड में अदालत ने सख्त रुख अपनाते हुए मंगलवार को पश्चिमी जिला पार्षद प्रतिनिधि रिंकू यादव सहित चार अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। यह फैसला एडीजे-2 (अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश) की अदालत ने सभी पक्षों की दलीलें और गवाहों की गवाही सुनने के बाद सुनाया। दोषियों में रिंकू यादव, जयराम पासवान, अजय कुमार, चतुरी साह शामिल हैं। सभी को आजीवन कारावास के साथ साथ विभिन्न धाराओं में अलग-अलग सजाओं से दंडित किया गया है।
अपर लोक अभियोजक रामनाथ ठाकुर एवं प्रमोद कुमार मिश्रा ने बताया कि 23 अगस्त 2016 को बस स्टैंड में कार्यरत हरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक की पत्नी इंदु देवी द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में बताया गया था कि उनके पति जमीन के कारोबार में निवेश करते थे। इसी दौरान विकास वर्मा ने उनसे भारी राशि उधार ली थी और लगातार पैसा लौटाने में आनाकानी कर रहा था। घटना वाले दिन विकास वर्मा शाम को हरेंद्र सिंह के घर आया और कुछ राशि लौटाई। इस पर हरेंद्र सिंह नाराज हुए और कहा कि उन्हें पूरा पैसा उसी दिन चाहिए। विकास वर्मा ने आश्वासन दिया कि रात में पूरा पैसा मिल जाएगा और हरेंद्र को पार्टी के बहाने से अपने साथ बुलाकर ले गया। देर शाम हरेंद्र सिंह को गोली मार दी गई। अस्पताल ले जाने के दौरान ही उनकी मौत हो गई थी।
जांच में सामने आए चारों आरोपी
एफआईआर की जांच और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर इस हत्या में रिंकू यादव, जयराम पासवान, अजय कुमार, चतुरी साह की संलिप्तता सामने आई। पुलिस द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों, गवाहों की गवाही और घटना से जुड़े तथ्य अदालत में प्रमाणित हुए, जिसके आधार पर अदालत ने सभी आरोपितों को दोषी करार दिया। अदालत ने मंगलवार को फैसले में धारा 302 (हत्या) आजीवन कारावास के साथ 1 लाख रुपये जुर्माना, धारा 326 में 10 वर्ष कारावास के साथ 50 हजार रुपये जुर्माना एवं आर्म्स एक्ट धारा 27 में 4 वर्ष कारावास के साथ 50 हजार रुपये जुर्माना की सजा सुनाया है। अदालत ने स्पष्ट किया कि सभी सजाएँ एक साथ चलेंगी।
मृतक के परिवार को न्याय की उम्मीद पूरी
लगभग नौ वर्ष पुराने इस मामले में आए फैसले से मृतक हरेंद्र सिंह के परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद जगी है। स्थानीय स्तर पर भी इस निर्णय को एक बड़े कानूनी कदम के रूप में देखा जा रहा है। अदालत ने कहा कि साक्ष्यों और परिस्थितियों से यह प्रमाणित होता है कि हत्या योजनाबद्ध तरीके से की गई थी।





