बौद्ध अनुयायियों के समर्थन में सम्राट अशोक परिवार ने निकाला जागरूकता मार्च
महाबोधि मंदिर बोधगया में चल रहे धरने में 20 मार्च को शामिल होंगे जिले के सैकड़ो लोग




न्यूज़ विज़न। बक्सर
शहर के पिपली बुद्ध विहार परिसर से सम्राट अशोक परिवार के तत्वावधान में महाबोधि मंदिर गया के मुक्ति के लिए बुधवार को सुबह 9 बजे से जन जागरूकता मार्च निकाला गया। जो मार्च कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद होते हुए बुद्ध की ज्ञान स्थली बोधगया तक पहुंचेगी। जहां पिछले कई दिनों से धरने पर बैठे बौद्ध अनुयायियों के समर्थन में चल रहे धरने में 20 मार्च को शामिल होंगे। जागरूकता मार्च को सत्यशोधक समाज के शिव प्रसाद कुशवाहा, विनोद सिंह, गणेश मंडल ने संयुक्त रूप से पंचशील ध्वज दिखाकर रवाना किया।







जन जागरूकता मार्च का यह कारवां पुनः 21 मार्च को बोधगया से चलकर जहानाबाद, अरवल, पटना, आरा होते हुए बक्सर पहुंच कर शहर भ्रमण कर लोगों को जागरूक करेगा। सम्राट अशोक परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष मकरध्वज सिंह विद्रोही ने कहा कि महाबोधि महाविहार वह स्थान है। जहां भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था, जो यह बौद्ध धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। यह मंदिर विश्व धरोहर में भी शामिल है। जहां दुनिया के तमाम लोग ज्ञान प्राप्त करने के लिए आज भी आते हैं। इस महाबोधि मंदिर का संचालन स्वतंत्र नहीं है। सरकारी समिति भी स्वतंत्र नहीं है। इसे बौद्ध अनुयायी को सौंप देना चाहिए। 1949 में बनाए गए बीटी एक्ट में संशोधन कर बौद्धों का हक मिलना चाहिए।

शिव प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि जो पुराना कानून है। उसको पूरी तरह से बदलना जरूरी है। जब सभी मंदिरों पर उस धर्म के लोगों का अधिकार है, तो इस मंदिर पर भी बौद्धों का अधिकार होना चाहिए। इस मौके पर संजय कुमार सिंह, राम बिहारी सिंह, राकेश कुशवाहा, नंदजी कुशवाहा, शालिग्राम सिंह, सुरेंद्र सिंह, सजीवन सिंह, ओमप्रकाश सिंह के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे।
वीडियो देखें :

