“माँ को समर्पित भावनाओं का उत्सव : फाउंडेशन स्कूल में ‘मेरी मां’ कार्यक्रम का भव्य आयोजन”




न्यूज़ विज़न। बक्सर
फाउंडेशन स्कूल, गुरुदास मठिया लालगंज के ऑडिटोरियम में आयोजित “मेरी मां” समारोह के पहले दिन का माहौल भावनाओं से भर गया। यह विशेष कार्यक्रम माताओं और मातृसदृश व्यक्तित्वों के प्रेम, त्याग और सामाजिक योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। मातृ दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित यह दो दिवसीय कार्यक्रम सभी माताओं को समर्पित रहा, जो प्रतिवर्ष मई माह के दूसरे रविवार को मनाया जाता है।







समारोह का शुभारम्भ प्राइमरी वर्ग के बच्चों की माताओं द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जो स्वयं एक भावनात्मक क्षण था। कार्यक्रम में विद्यालय के अकादमिक हेड एस. के. दुबे एवं उप प्रधानाचार्य मनोज त्रिगुण मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। बच्चों ने “प्यारी अम्मा जो हैं”, “मां ऐसी होती हैं” और “तेरी उंगली पकड़ कर चला” जैसे मधुर गीतों पर सुंदर नृत्य प्रस्तुतियां दीं, जिनमें मातृत्व के प्रति प्रेम और सम्मान झलकता रहा। भावनाओं से ओत-प्रोत इन प्रस्तुतियों ने वहां मौजूद हर मां की आंखों को नम कर दिया। हर बच्चे ने अपनी मां को सरप्राइज़ देने के लिए अपने हाथों से प्यार भरे पत्र और कार्ड तैयार किए थे। यह क्षण हर माता के लिए अनमोल था। जब उनके नन्हे बच्चों ने स्नेह और आभार की भाषा में अपने भाव प्रकट किए।

उप प्रधानाचार्य मनोज त्रिगुण ने अपने संबोधन में कहा, “मां केवल एक शिशु को जन्म नहीं देती, वह उसे जीवन जीने की कला भी सिखाती है। मातृत्व एक ऐसा फर्ज है, जिसमें महिला कई बार अपने अस्तित्व तक को भुला देती है। वह बच्चे की हर जरूरत का ख्याल रखते हुए अपने सुख-दुख को पीछे छोड़ देती है।” हिंदी शिक्षिका वंदना मैम ने भी बच्चों और मां के संबंधों पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के समारोह बच्चों में संवेदनशीलता, सहानुभूति और रिश्तों की गहराई को समझने की भावना को और प्रबल करते हैं।
कार्यक्रम का समापन तालियों की गूंज और मांओं के चेहरों पर मुस्कान के साथ हुआ। विद्यालय द्वारा आयोजित यह आयोजन न केवल एक यादगार अनुभव बना, बल्कि सभी उपस्थितों के हृदय में मातृत्व की ममता को और गहरा कर गया।

