मेला में किसानों के बीच समेकित कृषि प्रणाली मॉडल बना नजीर
बाजार समिति के परिसर में दो दिवसीय किसान मेला सह उद्यान प्रदर्शनी का हुआ शुभारंभ


न्यूज विजन। बक्सर
कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा), बक्सर की ओर से बाजार समिति के परिसर में आयोजित दो दिवसीय किसान मेला-सह-उद्यान प्रदर्शनी का भव्य आगाज शनिवार को हुआ। मेला का उद्घाटन डीडीसी निहारीका छवि, सदर एसडीओ अविनाश कुमार व जिला कृषि पदाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। मंच संचालन अमान अहमद व मृत्युंजय मिश्रा ने की।
डीडीसी निहारिका छवि ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कृषि है, जिसमें किसानों का अहम योगदान है। किसानों के लिए आत्मा द्वारा आयोजित किसान मेला मिल का पत्थर साबित होगा। उन्होंने किसान मेला में आयोजित प्रदर्शनी एवं कृषि व कृषि से सम्बद्ध विभाग द्वारा लगाये गये स्टॉलों का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान एक से बढ़कर एक प्रदर्श का अवलोकन कर उन्होंने किसानों की सराहना की।
किसान मेला कृषकोपयोगी जानकारी का समृद्ध स्रोत है :
सदर एसडीओ अविनाश कुमार ने कहा कि किसान मेला कृषि व कृषि से सम्बद्ध क्षेत्र में कृषकोपयोगी जानकारी का समृद्ध स्रोत है। किसान मेला में शामिल किसान इन जानकारियों को हासिल कर खेती में उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ा सकते हैं। जिला कृषि पदाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने किसान मेला के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि मेला का उदेश्य कृषि व कृषि से सम्बद्ध विभाग को एक मंच पर उपस्थित कर किसानों को लाभकारी योजनाओं से लाभान्वित करना है। इस परिप्रेक्ष्य में किसानों के मनोबल को बढ़ाने के उदेश्य से फल-फूल-सब्जी की प्रदर्शनी भी लगाई गई है, जिसमें उत्कृष्ट कार्य कर रहे कृषकों को पुरस्कृत भी किया जायेगा।
डीएओ ने बताया कि किसान मेला में समेकित कृषि प्रणाली, ड्रीप इरिगेशन, शेड नेट, ड्रोन से कीटनाशी दवाओं का छिड़काव, पराली प्रबंधन इत्यादि का लाईव डेमो भी आयोजित किया गया है, ताकि कृषक जीवंत जानकारी हासिल कर अपने खेतों में नवीनतम तकनीक का प्रयोग कर सके। किसान मेला में नवीनतम तकनीक से आच्छादित कृषकोपयोगी स्टॉल एवं तकनीकी जानकारी को हस्तांतरित करने के उदेश्य से जिले के सभी प्रखंडों से किसानों का परिभ्रमण भी आयोजित कराया गया, ताकि अधिक से अधिक किसानों को लाभ मिल सके।
जैविक कोरिडोर योजना के डीपीएमयू ऋषभ राज जी के द्वारा जैविक खेती का मॉडल जिसमें किसानों को बताया गया कि जीवामृत, बीजामृत, निमास्त्र, ब्रह्मास्त्र, सहेजन टॉनिक, वर्मी वाश, और वर्मी कम्पोस्ट के सहयोग से कैसे जैविक खेती की जाएगी। ड्रीप इरिगेशन से क्या लाभ होता है। मौके पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी अंकित कुमार, जैविक अनुभव वर्मा प्रखंड कृषि पदाधिकारी, मिट्टी जांच,अंशु राधे सहायक निदेशक मिट्टी जांच ने जैविक खेती की बारीकीयों को बताया।
कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ देवकरण एवं प्लांट ब्रिडींग विशेषज्ञ हरिगोविंद जायसवाल ने रबी मौसम में उगाई जाने वाली फसलों के प्रबंधन, समेकित कृषि प्रणाली इत्यादि महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। जिला मत्स्य पदाधिकारी श्री आशुतोष प्रकाश, पशुपालन पदाधिकारी ने अपने विभाग से सम्बंधित योजनाओं की जानकारी प्रदान की। किसान मेला में जिला उद्यान पदाधिकारी किरण भारती, उप परियोजना निदेशक रणधीर कुमार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी विकास कुमार, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी वेदप्रकाश, उप निदेशक कृषि अभियत्रंण गरिमा झारिया, सहायक निदेशक, प्रक्षेत्र शालीग्राम सिंह, सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण संस्कृति बी मौर्या सहित कृषि विभाग के सभी जिलास्तरीय पदाधिकारी एवं कर्मी सहित अनेक किसान उपस्थित थे। आत्मा द्वारा आयोजित किसान मेला दिनांक 21 दिसंबर को भी आयोजित रहेगा, जिसमें फल-फूल-सब्जी प्रदर्शनी में शामिल किसानों को पुरस्कृत किया जाएगा।





