डीएम ने किया सदर अस्पताल का निरीक्षण, रोस्टर प्रदर्शित नहीं होने पर सीएस से स्पष्टीकरण
बच्चों के डॉ के अनुपस्थित रहने पर डीएम ने सिविल सर्जन से माँगा बायोमैट्रिक उपस्थिति के साथ मंतव्य




न्यूज़ विज़न। बक्सर
बुधवार को डीएम अंशुल अग्रवाल द्वारा सदर अस्पताल बक्सर का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान डीएम ने मरीजों एवं परिजनों से वार्ता कर स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में फीडबैक प्राप्त किया। निरीक्षण के क्रम में ओपीडी वार्ड में भीड़ के दृष्टिगत उपाधीक्षक सदर अस्पताल बक्सर को निर्देश दिया गया कि May I Help you काउंटर पर आम जनों को पंजीकरण के बारे में जानकारी सुलभ कराएं। साथ ही रजिस्ट्रेशन काउंटर के पास ही सामान्य रजिस्ट्रेशन एवं स्कैन एंड शेयर (scan & share) का अलग-अलग लाइन के माध्यम से पंजीकरण कराना सुनिश्चित करें।






निरीक्षण के क्रम में मरीजों द्वारा बताया गया कि डॉ० दीनानाथ सिंह पीडीअट्रिशन (बच्चों के डॉक्टर) नियमित रूप से अपने कार्यस्थल पर नहीं पाए जाते हैं। इस संबंध में सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया कि डॉ० दीनानाथ सिंह के बायोमेट्रिक उपस्थिति के साथ मंतव्य सहित प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। चिकित्सकों का रोस्टर प्रदर्शित नहीं पाया गया। इस संबंध में सिविल सर्जन बक्सर से कारण पृच्छा करते हुए निर्देशित किया गया कि चिकित्सकों के रोस्टर को सुगोचर स्थलों पर प्रदर्शित कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही ओ०पी०डी० वार्ड में पर्याप्त चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति हेतु निर्देशित किया गया।


वर्तमान में अल्ट्रासाउंड सेवाओं की सुविधा केवल गर्भवती महिलाओं के लिए प्रदान किया जा रहा है। इस संबंध में सिविल सर्जन बक्सर को निर्देशित किया गया कि अन्य मरीजों को भी अल्ट्रासाउंड सेवा उपलब्ध कराने हेतु विभाग से समन्वय स्थापित कर यथाशीघ्र कार्रवाई करें। इसके साथ-साथ इमरजेंसी सेवा, प्रसव की सुविधा, मातृ शिशु स्वास्थ्य टीकाकरण, दवा का बेहतर रख रखाव और उपलब्धता, ओ०टी०, शौचालय, पेयजल की सुविधा, साफ सफाई इत्यादि सुविधाएं का नियमित रूप से अनुश्रवण करने हेतु सिविल सर्जन बक्सर को निर्देशित किया गया।

