दिल्ली से बक्सर तक ठेले पर संघर्ष की मिसाल : महताब आलम का साबित खिदमत फाउंडेशन द्वारा भव्य स्वागत




न्यूज़ विज़न। बक्सर
मजदूर दिवस के अवसर पर एक अनोखी मिसाल पेश करते हुए दिल्ली से बक्सर तक हजारों किलोमीटर का सफर ठेले पर तय करने वाले जूस विक्रेता महताब आलम का शनिवार को साबित खिदमत फाउंडेशन ने भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया। यह आयोजन बक्सर के स्थानीय लोगों में प्रेरणा और उत्साह का केंद्र बन गया।







साबित फाउंडेशन के निदेशक एवं मानवाधिकार संगठन के सचिव दिलशाद आलम ने इस मौके पर कहा, “आज के आधुनिक युग में इतनी दूरी तपती धूप में तय करना केवल कठिन ही नहीं, बल्कि असाधारण साहस का प्रतीक है। भारत जिस आत्मबल और शौर्य के लिए जाना जाता है, महताब आलम उसकी जीती-जागती मिसाल हैं।” उन्होंने कहा कि “जंग का मैदान हो या जीवन का संघर्ष, अगर मेहनत, आत्मबल और हिम्मत है तो मजदूर हर क्षेत्र में क्रांति ला सकता है।” महताब आलम की आंखों में सम्मान ग्रहण करते समय खुशी के आंसू थे, जो उनकी मेहनत, संघर्ष और जज्बे का पैगाम दे रहे थे। उनका यह सफर न केवल उनके परिवार के लिए प्रेरणा है, बल्कि पूरे समाज के लिए एक संदेश है कि संघर्ष और मेहनत से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।

मशहूर उद्घोषक साबित रोहतास्वी ने भी इस मौके पर कहा, “बक्सर और बिहार को अपने इस मेहनतकश सपूत पर गर्व है। दिन-रात मेहनत करके अपने परिवार का ख्याल रखने वाले महताब आलम जैसे व्यक्तित्व को सम्मानित कर हम सभी गौरवान्वित हैं।” इस सम्मान समारोह में गब्बर, अभिषेक, शोभा, रुखसाना, अंजलि, सोनम, रोशन, विजय कुमार, अजय, अशोक, राहुल, कैफ, शकील, इम्तियाज अंसारी, जनार्दन, जयप्रकाश, मंजू कुमारी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे।

