गंगा पर तीसरी लाइन पुल का निर्माण शुरू: भरौली-बक्सर को जोड़ेगा 3.3 KM का एलिवेटेड सेतु, लागत 368 करोड़
बक्सर गंगा नदी पर बनने वाले तीन लेन नए पुल के लिए मिट्टी परीक्षण कार्य आरम्भ




न्यूज़ विज़न। बक्सर
उत्तर प्रदेश और बिहार की और मजबूत कनेक्टिविटी के लिए गंगा नदी पर भरौली बक्सर के बीच प्रस्तावित तीसरे तीन लेन पुल बनाने की पहली प्रक्रिया आरम्भ हो गई है भरौली गोलम्बर गंगा नदी में एवं तट पर पिलरों के लिए 180 फीट की मिट्टी की खुदाई कर मिट्टी के नमूने लिए जा रहे हैं। इसका दिल्ली में परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद पुल का डिजाइन तैयार किया जाएगा जुलाई से पुल का निर्माण कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा। इस एलिवेटेड पुल रोड की टेंडर की प्रक्रिया 28 फरवरी को पूरी कर ली गई थी। जिसको एएससी इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने लिया है जिसकी लागत 368 करोड़ है। तीन लेन के एलिवेटेड रोड पुल की लंबाई 3.3 किलोमीटर होगी। नए पुल का निर्माण पुराना दो लेन के पुल वीर कुंवर सिंह सेतु से सटकर पश्चिम में बनेगा। इसी पुराने पुल के पूरब में एक नये पुल का निर्माण हुआ जो 17 मई 2023 को जनता को समर्पित कर दिया गया था। तीन लेन के नए पुल के निर्माण में उत्तर प्रदेश के भरौली छोर पर ए ग्रेड रोटरी यानि जमीन की सतह से ऊपर एक गोलंबर का निर्माण किया जाएगा। वाहन इस गोलंबर को पार करते हुए आगे जाकर उतरेंगे। नया पुल भी बक्सर में इस रोटरी से जुड़ेगा।












पुल के बन जाने से बक्सर गोलंबर एवं भरौली गोलंबर पर जाम से मिलेगी निजात
एनएच की नई डिजाइन में यूपी छोर के भरौली गोलंबर के ठीक ऊपर पटना के आर ब्लॉक या जीपीओ गोलंबर की तरह ऊपर भी एक रोटरी यानि गोलंबर बनेगा। नई डिजाइन में गाजीपुर, बलिया या करीमुद्दीनपुर की ओर से आने वाले वाहन भरौली गोलंबर से पहले ही एलिवेटेड रोड पर चढ़ जाएंगे। इसके बाद भरौली में बनने वाले ऊपरी गोलंबर से होकर सीधे गंगा पुल पर पहुंच जाएंगे। इससे भरौली गोलंबर पर जाम की समस्या खत्म होगी और आसपास के ग्रामीणों को सुविधा होगी। इस बदलाव के बाद गंगा पर बने दूसरे पुल के यूपी छोर का संपर्क मार्ग भी पूरी तरह एलिवेटेड हो जाएगा। सतह पर बने मौजूदा संपर्क मार्ग की उपयोगिता भी समाप्त हो जाएगी। तीसरे पुल का संपर्क मार्ग भी एलिवेटेड होगा जो पहले पुल के संपर्क मार्ग के ठीक ऊपर से गुजरेगा। डीएम अंशुल अग्रवाल और सदर एसडीओ धीरेंद्र मिश्र ने एनएचएआई के अधिकारियों के साथ बैठक कर तीसरे पुल के कारण बक्सर गोलंबर पर जाम तथा संभावित यातायात व्यवस्था की चुनौतियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराया था। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना था कि तीसरे पुल के माध्यम से आने वाले वाहन बक्सर गोलंबर पर यातायात की स्थिति और जटिल कर सकते हैं। यहां प्रशासन पहले ही यूपी जाने वाले भारी संख्या में ट्रकों के जाम के कारण गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा है। प्रशासन का कहना था कि पुल से आने वाले वाहनों को एलिवेटेड रोड के जरिए सीधे अहिरौली से आगे एनएच 922 पर उतारा जाए। इस पर एनएच के अधिकारी ने कहा था कि वह अपने मुख्यालय को बक्सर में भी ए ग्रेड रोटरी बनाने का प्रस्ताव दिया था।
फ़रवरी में टेंडर प्रक्रिया हो गयी थी पूरी, जुलाई से आरम्भ हो जायेगा निर्माण कार्य
एनएचएआई ने बक्सर में तीन लेन के नए पुल के निर्माण के लिए इसी बीते वर्ष मार्च महीने में पहली बार टेंडर निकाला था। तब एनएचएआई के पटना जोन की इस योजना में पटना-बक्सर एनएच 922 का बक्सर में तीन लेन के नए पुल के साथ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के दक्षिणी अंतिम छोर पर हैदरिया तक विस्तार करना भी शामिल था। इसी बीच एनएचएआई के आजमगढ़ जोन ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से संपर्कता के साथ नए ग्रीनफील्ड हाइवे और 17.2 किलोमीटर लंबे भरौली गोलम्बर , बक्सर को करीमुद्दीनपुर के पास पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की संपर्कता अक्टूबर महीने तक मिल जाने की संभावना है। अब भरौली गोलम्बर गंगा नदी के किनारों पर ड्रिलिंग से खुदाई करने वाले टीम के सुपरवाइजर संजय कुमार ने बताया कि मिट्टी परीक्षण के कार्य में 20 कर्मचारी लगें हुए हैं। 180 फीट तक खुदाई कर मिट्टी के नमूने लिए जा रहे हैं जिसकी जांच दिल्ली में होगी। एलिवेटेड रोड पुल में कुल 40 से 45 पिलरों को लिए मिट्टी का सैम्पल लिया जाएगा। इस संबंध में बिहार एन एच ए आई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविन्द कुमार ने बताया कि टेंडर की प्रक्रिया 28 फरवरी को पूरी कर ली गई थी अब मिट्टी परीक्षण का कार्य शुरू चुका है इसके बाद पुल का डिजाइन तैयार किया जाएगा जुलाई से पुल निर्माण कार्य प्रारंभ होने की संभावना है।

